E-COMMERCE की विभिन्न तकनीक, फंक्शन कौन-कौन से है?

नमस्कार दोस्तों आज आपको इस पोस्ट E-COMMERCE की विभिन्न तकनीक (Technology), फंक्शन (Funcation) कौन-कौन से है? के बारे में पूरी जानकारी देंगे जो आपके बहुत काम आयेगी। क्योंकि E-COMMERCE के द्वारा ही बहुत सी सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जैसे हमें किसी भी प्रकार कोई प्रोडक्ट्स , सामान आदि खरीदना है या किसी को बेचना है तो हम इ-कॉमर्स जैसी वेबसाइट का उपयोग करते है क्योकि हमें वह पर अपनी जरूरत के हिसाब से सारा सामान मिल जाता है जिसकी हमें जरूरत रहती है इसी वजह से लोग अपनी जरूरत का सामान इ-कॉमर्स वेबसाइट पर बेचते है तथा बड़ी बड़ी वेबसाइट के जरिये अपना प्रोडक्ट्स सेल करते है E-COMMERCE –

तो चलिए दोस्तो शुरू करते है

 

E-COMMERCE की विभिन्न तकनीक (Technology) –

ऐसी बहुत सी टेक्नोलॉजी है जो ई-कॉमर्स के लिए आवश्यक है इनमें से प्रमुख का संक्षिप्त विवरण निम्न अनुसार है

  1. EDI- Electronic Data Interchange (इलेक्टोनिक डाटा इंटरचेंज)
  2. ALE- Application Link Enabling (एप्लीकेशन लिंक इनेबलिंग)
  3. Bar Code (बार कोड)
  4. E-mail (इलेक्टोनिक मेल)
  5. WWW-world wide web
  6. PDE-Product data Exchange ( प्रोडक्ट डाटा एक्सचेंज)
  7. Electronic Forms (इलेक्टोनिक फॉर्म)

 

1. EDI- Electronic Data Interchange (इलेक्टोनिक डाटा इंटरचेंज)

EDI किसी कंप्यूटर में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों के बीच संबंध स्थापित करता है यह विभिन्न व्यापारिक दस्तावेज जैसे कि परचेज ऑर्डर, इनवॉइस, शिपमेंट नोटिस, आदि में सहायक होता है।

सबसे पहले डाटा एक कंपनी के से किसी दूसरी कंपनी में पेपर के माध्यम से भेजा जाता था इसे पेपर आधारित निकाय कहते थे EDI की मदद से इस निकाय की आवश्यकता नहीं पड़ती है EDI दो कंपनी के बीच इलेक्ट्रॉनिक तरीके से संबंध स्थापित करता है।

EDI तकनीकी द्वारा सूचनाओं नेटवर्क के माध्यम से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में भेजी जाती हैं कोई भी कंपनी या समूह है जो EDI तकनीक का प्रयोग करता है व्यापार भागीदार (Treading Partner) कहलाता है

आजकल यह तकनीक निम्न क्षेत्र में प्रयोग की जा रही है-

  1. स्वचालित टेलर मशीन (automatic Teller machine)
  2. एयरलाइन आरक्षण सिस्टम (airlines Reservation System)
  3. शेयर विनिमय व्यवसाय (Stock Exchange Transaction)

EDI मैं होने वाले लाभ (Benifit) निम्न है-

  • डाटा एंट्री में होने वाली गलतियों में कमी
  • processing Time में कमी
  • लागत में कमी
  • कागज कार्यों में कमी
  • डाटा को शेयर करना

 

2. ALE- Application Link Enabling (एप्लीकेशन लिंक इनेबलिंग)

यह SAP की वह तकनीक है जो किसी कंपनी की विभिन्न वितरित (Distribution) व्यापारिक प्रक्रिया को जोड़ता है एप्लीकेशन लिंक इनेबलिंग 3.0 (application link enabling 3.0) एक SAP को दूसरी SAP सिस्टम से जोड़ने के लिए बनाया गया है यह किसी SAP प्रक्रिया को NON SAP प्रक्रिया से भी जोड़ने में सक्षम है।

 

3. Bar Code (बार कोड)

इसका उपयोग इसलिए किया जाता है कि कंप्यूटर प्रोजेक्ट की चौथाई पहचान कर सके ये आयताकार आकार की परिभाषित चौड़ाई व लंबाई की लाइन होती हैं इस अदृतीय पैटर्न को कुछ विशेष नंबर वाले चिन्ह एसाइन (देना) कर दिए जाते हैं अतः इस तरह से एक फॉन्ट का निर्माण होता है जिसे लेजर लाइट परावर्तन के द्वारा कंप्यूटर पहचानता है कंज्यूमर प्रोडक्ट पर कोड इसका सबसे महत्वपूर्ण उदाहरण है।

इन कोड के आधार पर प्रोडक्ट को चेक आउट काउंटर पर स्कैन परीक्षण किया जाता है जैसे ही प्रोजेक्ट को पहचान लिया जाता है कैश रजिस्टर में उसकी कीमत लिख दी जाती है और इस तरह से आंतरिक सिस्टम सोता ही परिवर्तित हो जाता है ऐसी किसी भी प्रक्रिया जिससे कि मटेरियल पिलो पर कड़ा नियंत्रण रखना हो यह तकनीक बहुत ही प्रभावित होती है।

 

4. E-mail (इलेक्टोनिक मेल)

यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति अपने मैसेज को कंपोजिट करके इंटरनेट के द्वारा डिजिटल रूप से दूसरे को भेजता है इंटरनेट लाखों अलग-अलग कंप्यूटर हो वह कंप्यूटर नेटवर्क का एक सैटेलाइट ग्लोबल नेटवर्क है।

 

5. WWW-world wide web

यह ऐसे डॉक्यूमेंट का संग्रह होता है जो हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज में लिखा हुआ एन कोड किए जाते हैं एक छोटे से सॉफ्टवेयर को जोड़ने पर जिसे ब्राउज़र कहते हैं यूजर इन डॉक्यूमेंट को मांग कर सकता है और पर्सनल कंप्यूटर पर इनको देख सकता है www इंटरनेट पर सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला एप्लीकेशन है।

 

6. PDE-Product data Exchange ( प्रोडक्ट डाटा एक्सचेंज)

यह डाटा के ग्राफ के रूप में आदत प्रदान की ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी प्रोजेक्ट प्रोडक्ट के विवरण के लिए पिक्चर, ड्राइंग, सीआईडी फाइलों का उपयोग किया जाता है जबकि अन्य परिस्थितियों में जैसे स्पेसिफिकेशन, बिल ऑफ मटेरियल, मैन्युफैक्चरिंग, इंटरेक्शन, इंजीनियरिंग, चेंज नोटिस व्हाट टैक्स रिजल्ट इत्यादि डाटा कैरेक्टर  न्यू मैरिज चिन्हो में पर आधारित होता है।

PDE दूसरे तरह के व्यापारिक कम्युनिकेशन में दो तरह से अलग होता है प्रथम यह की ग्राफिकल फाइल, विथ में बहुत ज्यादा होती हैं और सॉफ्टवेयर के बीच कंपैटिबिलिटी की समस्या होती है दूसरा यह है कि वर्जन कंट्रोल बहुत कठिन होता है डेवलपमेंट साइकिल में प्रोडक्ट की डिजाइंस में बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन होते हैं जबकि मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में प्रोडक्ट में छोटा सा परिवर्तन प्रोडक्ट के प्रोडक्शन में बहुत प्रभाव डालता है।

 

7. Electronic Forms (इलेक्टोनिक फॉर्म)

यह ऐसी तकनीक है जिसमें पेपर फॉर्म के साथ सूचनाओं को डिजिटल रूप में संग्रह किया जाता है उदाहरण के लिए ऐसा पेपर फॉर्म जिसमें लाइंस बॉक्स चेक ऑफ लिस्ट वह लाइन के लिए जगह इत्यादि हो।

किसी किसी यूज़र के लिए इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म इसी फॉर्म के समान डिजिटल रूप में होता है जिसकी समस्त जानकारी कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखती है इस कीबोर्ड या माउस के द्वारा भरा जाता है इस फार्म के अतिरिक्त कार्यों में सर्वप्रथम देता है डिजिटल रूप में होने से डेटाबेस में संग्रह किया जा सकता है।

सूचनाओं का समाधान एक जगह से दूसरी जगह जाना अन्य एप्लीकेशन के साथ उपयोग करना इत्यादि शामिल है इसका सबसे अच्छा उदाहरण बहुत सी यूनिवर्सिटी के एप्लीकेशन फॉर्म है।

 

E-COMMERCE की विभिन्न फंक्शन (Funcation) –

ई-कॉमर्स E-COMMERCE की विभिन्न फंक्शन (Funcation) निम्नलिखित हैं-

  • इनफॉरमेशन सर्च (INFOROMATION SERARH)
  • इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन (INTERPERSONAL COMMUNICATION)
  • प्रोसेस मैनेजमेंट (PROCESS MANAGMENT)
  • सर्विस मैनेजमेंट (SERVICE MANAGMENT)
  • शॉपिंग सर्विसेज (SHOPPING SERVICES)
  • वर्चुअल इंटरप्राइजेज (VERTIUAL INTERPRISES)

 

  • इनफॉरमेशन सर्च (INFOROMATION SERARH)

इसमें इनफॉरमेशन एक्सेस पब्लिक डोमेन शब्द प्रॉपर्टीज डाटा अरेचिप्स के लिए सर्च ढूंढना हुआ रिसीव प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है इसका एक अच्छा उदाहरण है बड़े मैन्युफैक्चरर सप्लायर को सेटेलाइट डेटाबेस में डाल आप एक्सेस के द्वारा कम्युनिकेटिंग इंजीनियरिंग चेंज बताते हैं।

 

  • इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन (INTERPERSONAL COMMUNICATION)

यह ऐसी विधि देता है जिसके द्वारा अलग-अलग समूह जो आप में सूची रखते हैं सूचना का आदान-प्रदान करते हैं यह विचारों का आदान-प्रदान करते हैं वह आपसे सहयोग बढ़ाते हैं इस समय ईमेल सबसे आसान तरीका है इसका दूसरा उदाहरण है कस्टमर व सप्लायर डिजाइन ग्रुप जो प्रोडक्ट के गुणों के निर्धारण के लिए एक साथ कार्य करते हैं वह परिवर्तित फाइल पब्लिशर के द्वारा किसी दूरस्थ स्थान पर रख प्रिंटर पर भेजी जाती हैं।

 

  • प्रोसेस मैनेजमेंट (PROCESS MANAGMENT)

इसमें प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने वाले फंक्शन शामिल हैं इसमें बिजनेस प्रोसेस को सब चले थे और अधिक उत्पन्न बनाने का कार्य शामिल है इसका एक अच्छा उदाहरण है दो कंप्यूटर की आपस में नेटवर्किंग जिससे भी एक दूसरे से डाटा शेयर कर सके ना कि एक मशीन के दाता दूसरी मशीन पर ले जाने के लिए अतिरिक्त फ्लॉपी या CD का उपयोग करें।

 

  • सर्विस मैनेजमेंट (SERVICE MANAGMENT)

यह टेक्नोलॉजी का एक ऐसा उपयोग है जिससे सर्विस की गुणवत्ता में अधिक सुधार किया जाता है इसका एक अच्छा उदाहरण है फेडरल एक्सप्रेस वेबसाइट या कस्टमर को कार्गो के शिफ्टमेंट हुआ शेड्यूल को प्राप्त करने के लिए बिना कस्टमर सर्विस रेफ्रिजरेटर के पूरी दुनिया में पूरे दिन भर की सुविधा देता है इस प्रकार की तकनीक से कस्टमर सर्विस बहुत अधिक उन्नत हुई है।

 

  • शॉपिंग सर्विसेज (SHOPPING SERVICES)

इसके माध्यम से इंटरनेट या किसी अन्य ऑनलाइन सर्विस के द्वारा अच्छा या सर्विसेज को बेचने या खरीदना की प्रक्रिया की जाती है एक रिटेल वेबसाइट AMAZON.COM शॉपिंग सर्विसेज का एक अच्छा उदाहरण है।

 

  • वर्चुअल इंटरप्राइजेज (VERTIUAL INTERPRISES)

वर्चुअल इंटरप्राइजेज एक प्रकार की व्यापारिक व्यवस्था होती है जिसमें ट्रेडिंग, पार्टनर से भौगोलिक सीमा की आधार पर अलग-अलग रहते हैं वह अनुभवी व तकनीकी लोग कॉम्प्लेक्स कठिन संयुक्त व्यापारिक गतिविधियों में एक इंटरप्राइजेज के रूप में लगे होते हैं इसका एक उदाहरण वास्तविक सप्लाई चैन इंटीग्रेशन है यहां प्लानिंग व फोरकास्ट डाटा मल्टी टायर सप्लाई चैन के द्वारा तुरंत वह सही रूप में ट्रांसफर किया जाता है।

 

FAQ’S

1. EDI मैं होने वाले लाभ (Benifit)क्या-क्या है?

  1. डाटा एंट्री में होने वाली गलतियों में कमी
  2. processing Time में कमी
  3. लागत में कमी
  4. कागज कार्यों में कमी
  5. डाटा को शेयर करना

 

2. E-COMMERCE की विभिन्न तकनीक (Technology) कितनी है?

E-COMMERCE की विभिन्न तकनीक (Technology) 07 है?

 

3. E-COMMERCE की विभिन्न फंक्शन (Funcation) कितने है?

 E-COMMERCE की विभिन्न फंक्शन (Funcation) 06 है?

 

4. एक व्यक्ति अपने मैसेज को कंपोजिट करके इंटरनेट के द्वारा डिजिटल रूप से दूसरे को किस माध्यम से भेजता है?

E-mail (इलेक्टोनिक मेल) यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति अपने मैसेज को कंपोजिट करके इंटरनेट के द्वारा डिजिटल रूप से दूसरे को भेजता है

 

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट E-COMMERCE की विभिन्न तकनीक (Technology), फंक्शन (Funcation) कौन-कौन से है? कैसी लगी comment बॉक्स में comment करके जरूर बताये आशा है कि आपको यह पोस्ट बहुत ही अच्छी लगी होगी और हेल्पफुल रही होगी और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे

 

 

 

 

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