विजुअल बेसिक (Visual Basic) क्या है? इसकी विभिन्न विशेषताये क्या है।

Visual Basic in Hindi – प्रिय दोस्तों नमस्पकार ! आज की इस पोस्ट में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में हम  विजुअल बेसिक क्या है? विजुअल बेसिक की विभिन्न विशेषताये एवं इसके फीचर्स क्या क्या  है। विजुअल बेसिक (Visual Basic) माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित एक प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर है, जिसका उपयोग भाषा सीखने के लिए किया जाता है। जिसे ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) एप्लिकेशन बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। तो चलिए दोस्तो यह पोस्ट  शुरू करते हैं ओर विजुअल बेसिक के बारे में विस्तार से जानते है। visual basic kya hai

 

विजुअल बेसिक (Visual Basic) क्या है?

visual basic kya hai – विजुअल बेसिक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयरो के निर्माण के लिए एक आदर्श सॉफ्टवेयर है विजुअल बेसिक का आविष्कार बेसिक (BASIC) भाषा से हुआ है इसका निर्माण दुनिया के जाने-माने सॉफ्टवेयर है बनाने वाली कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कार्पोरेशन ने किया है

ग्राफिक यूजर इंटरफेस संयुक्त ऑपरेटिंग सिस्टम का चलन बाद तो ऐसे प्रोग्रामिंग वातावरण के निर्माण पर जो दिया गया जो इस तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम के अंतर्गत प्रयोग किया जा सके एवं जिनमे मेन्यू सिस्टम बनाना आसान हो इसी तरह की सोच के फल स्वरुप विजुअल एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के निर्माण की बुनियाद पड़ी आज हमारे समक्ष विजुअल बेसिक विजुअल C++ तथा विजिबल Java जैसे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर मौजूद है।

विजुअल पैसा का चलन इसके चौथी संस्करण से अचानक बड़ा विजुअल बेसिक वास्तव में एक इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरमेंट है इसके पांचवी संस्करण में से काफी सक्षम रूप से प्रस्तुत किया गया है इसका नवीन नितिन संस्करण VB 6.0 है।

 

विजुअल बेसिक की विशेषताये –

विजुअल बेसिक की विशेषताएं निम्नलिखित है-

  1. एक साथ कई प्रोजेक्ट खोलना
  2. ऑनलाइन इंटरनेट सहायता सुविधा
  3. सामान्य डिजाइनिंग बदलना
  4. MDI,SDI और एक्सपोलर स्टाइल इंटरफेस
  5. निर्माण तत्वों को आपस में जोड़ने की क्षमता
  6. डॉस में प्रयोग की सुविधा
  7. प्रॉपर्टीज विंडो को क्रमबद्ध करने की सुविधा
  8. प्रोजेक्ट एक्सप्लोरर का ट्री व्यू
  9. नवीन प्रोजेक्ट सहायता सुविधा
  10. नए-नए विज़ार्ड
  11.  टेंपलेट्स

 

1. एक साथ कई प्रोजेक्ट खोलना-

विजुअल बेसिक के पांचवी और छठा संस्करण में हम एक साथ कई प्रोजेक्ट खोल सकते हैं जिसकी वजह से हम अपने किसी एक प्रोजेक्ट से गलती को आराम से सुधार सकते हैं यह तत्व उसे समय और भी कार्यगार सिद्ध होता है जब हम एक्टिव एक्स को डिबिग करेंगे इस नई क्षमता की वजह से हम प्रोजेक्ट ग्रुप निर्धारित कर सकते हैं और इन्हें सामान्य वर्ग स्पेस में बेच के रूप में कंपाइल भी कर सकते हैं।

 

2. ऑनलाइन इंटरनेट सहायता सुविधा-

विजुअल बेसिक में इंटरनेट के द्वारा ऑनलाइन सहायता का जोड़ा गया है जिसकी वजह से यदि हम इसे प्रयोग करने में कोई परेशानी हो रही है तो हम इंटरनेट पर प्रश्न पूछ कर जरूर कर सकते हैं इसके अलावा इंटरनेट पर विजुअल बेसिकेशन में मदद देने वाली वेबसाइट हैं जिनके द्वारा हम इसी और अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

 

3. सामान्य डिजाइनिंग बदलना-

सॉफ्टवेयर के विकास की क्रिया को और सरल तथा महत्वपूर्ण बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने इस सॉफ्टवेयर के डेवलपमेंट वातावरण को ज्यादा लचीला बना दिया है इस लचीलेपन की वजह से हम विजुअल बेसिक में रहती हुई उन सॉफ्टवेयरो के टूल्स को भी प्रयोग कर सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट मैजिक में विजुअल स्टूडियो के अंतर्गत आने वाली सभी सॉफ्टवेयरो को इसी सोच के आधार पर डिजाइन किया है कि उनमें एक दूसरे का टूल्स आसानी से प्रयोग किया जा सके डिजाइनिंग से संबंधित जो नए तत्व विजुअल बेसिक में जोड़े गए हैं वह निम्न है

 

4. MDI,SDI और एक्सपोलर स्टाइल इंटरफेस-

MDI अर्थात् मल्टीप्ल इंटरफेस, SDI अर्थात सिंगल डॉक्यूमेंट इन्टरफेस और विंडो के एक्सप्लोरर को आधार बनाकर नए-नए एप्लीकेशन का निर्माण सफलतापूर्वक करने के लिए इन्हें बीच वाला बेसिक के एप्लीकेशन बाजार में जोड़ा गया है इनका प्रयोग करके हम अत्यंत आसानी से छोटे-छोटे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का निर्माण कर सकते हैं इसके अतिरिक्त डिजाइनिंग से संबंधित या विजार्ड अंत में यह भी बतलाता है कि उसने सॉफ्टवेयर का निर्माण किस तरह से किया है इससे हम जटिल सॉफ्टवेयर का सिस्टम डिजाइन कर सकते हैं।

 

5. निर्माण तत्वों को आपस में जोड़ने की क्षमता-

हम इन संस्करण में उन सभी तत्वों को समय आने पर आपस में जोड़ सकते हैं जिनका प्रयोग डेवलपमेंट वातावरण के अंतर्गत किया गया है इनमें प्रोजेक्ट एक्सप्लोरर प्रॉपर्टीज फॉर्म लेआउट वॉच लोकल इमीडिएट ऑब्जेक्ट ब्राउज़र और कलर पलेट में से कोई भी हो सकता है इन्हें हम आपस में लिंक करके प्रयोग कर सकते हैं तथा आवश्यकता समाप्त होने पर अलग कर सकते हैं।

 

6. डॉस में प्रयोग की सुविधा-

हम विजुअल बेसिक के पांचवी संस्करण को डॉस कमांड लाइन में भी प्रयोग कर सकते हैं इसके लिए इसमें /Runexit नामक कमांड है इसके अतिरिक्त हम /? को भी इंटरेस्ट प्रोमट्स से विजुअल बेसिक को प्रयोग करने के लिए एक पैरामीटर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं यह पैरामीटर हमारे सामने सभी वैध कमांड लाइन ऑप्शन ओके सूची लेगा जिम हम VB को डॉट प्रोमेट्स से आसानी से प्रयोग कर सके।

 

7. प्रॉपर्टीज विंडो को क्रमबद्ध करने की सुविधा-

इस संस्करण में हम प्रॉपर्टीज विंडो को कैटेगरी के अनुसार या फिर उनके नाम के अनुसार क्रमबद्ध कर सकते हैं प्रॉपर्टीज विंडो से जुड़े डीक्रिएटिव विंडो हाईलाइट प्रॉपर्टी के बारे में संक्षिप्त सूचना दर्शाती रहती है इस सुविधा की वजह से हमें हमेशा यह पता चलता रहेगा की किस पर प्रॉपर्टी का क्या उद्देश्य है।

 

8. प्रोजेक्ट एक्सप्लोरर का ट्री-व्यू-

विजुअल बेसिक के पांचवी और छठवें संस्करण की प्रोजेक्ट एक्सप्रेस विंडो को माइक्रोसॉफ्ट विजुअल C++ के कंपाइलर की तरह प्रयोग कर सकते हैं प्रोजेक्ट का ढांचा हमें एक त्रिभुज की तरह दिखाई देता है जिसके फोल्डर को हम जरूरत पड़ने पर खोल भी सकते हैं और बंद भी कर सकते हैं

यह फोल्डर प्रोजेक्ट, फॉर्म,मॉडल्स, क्लास, मॉडल्स, प्रॉपर्टी, यूजर कंट्रोल, यूजर डॉक्यूमेंट तथा डिजाइनर का प्रतिनिधित्व कहते हैं प्रोजेक्ट विंडो का यह नया स्टाइल बड़े-बड़े प्रोजेक्ट को बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है

 

9. नवीन प्रोजेक्ट सहायता सुविधा-

विजुअल बेसिक का नवीन प्रोजेक्ट डायलॉग हमें किसी खास तरह के प्रोजेक्ट को सेलेक्ट करने की सुविधा प्रदान करता है इसके द्वारा हम प्रोजेक्ट टेंप्लेट को भी चुन सकते हैं इस संस्करण में हमें कई ऐसे प्रोजेक्ट टाइप मिलेंगे इसके पहले संस्करण में नहीं थे और जिन्हें केवल विजुअल C++ जैसी भाषाओं में ही बनाया जा सकता था।

 

10. नए-नए विज़ार्ड-

विजुअल बेसिक के पहुंचे वह छठे संस्करण की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें लगभग एक हर तरह के कार्य को आसानी से करने के लिए विज़ार्ड जोड़ दिए गए हैं उनकी सहायता से नया से नए व्यक्ति भी विजुअल बेसिक आसानी से प्रयोग कर सकता है इसके अलावा विशेषज्ञ भी इनके द्वारा जल्दी-जल्दी सॉफ्टवेयर का विकास कर सकते हैं

इन विज़ार्ड को जोड़ने के लिए का एक ही उद्देश्य है कि नया प्रोग्रामर विजुअल बेसिक को प्रयोग करने के लिए उसकी तरफ आकर्षित हो क्योंकि प्रारंभिक दौर में ही यह घटनाएं का सामना करना पड़ जाए तो लोग ऐसी भाषा का उपयोग करना कम पसंद करते हैं और वैसे भी आजकल डेवलपमेंट का जमाना है

कुछ प्रमुख विज़ार्ड निम्नलिखित है- 

A. एप्लीकेशन विज़ार्ड-

  1. इस विज़ार्ड का प्रयोग करके हम कई तरह के प्रोजेक्ट बना सकते हैं इन प्रोजेक्ट के तहत एक संपूर्ण एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का निर्माण होता है निर्माण की प्रक्रिया इस विज़ार्ड के द्वारा इतनी आसान हो गई है कि हमें लगेगा कि जैसे चुटकी बजाते ही काम हो गया हो
  2. जब एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बन जाता है तो यह विज़ार्ड उसके बनाने के तरीके का सारांश एक रिपोर्ट के रूप में सामने लाता है इस सारांश द्वारा सॉफ्टवेयर बनाने की प्रक्रिया को समझ कर हम बिना विज़ार्ड के सहायता से सॉफ्टवेयर बना सकते हैं
  3. इस विज़ार्ड की सीमा यह है कि यह इतना ही कार्य करेगा जितना इसमें निर्धारित है यदि हम एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंतर्गत कुछ और जोड़ना चाहते हैं तो फिर या तो दूसरे विज़ार्ड का प्रयोग करेंगे या खुद ही प्रोग्रामिंग करके उसके जोड़ेंगे।

 

B. एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट माइग्रेशन विज़ार्ड-

  • यह विज़ार्ड भी विजुअल बेसिक के प्रोफेशनल और इंटरप्राइजेज संस्करण में ही उपलब्ध है इसकी सहायता से हम प्रोजेक्ट में प्रयोग किए गए फॉर्म को एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट में बदल सकते हैं यह विजार्ड संपूर्ण प्रोजेक्ट को एक्टिव एक्स एप्लीकेशन में नहीं बदलता है बल्कि उसमें प्रयोग फॉर्म को कन्वर्ट करता है
  • अब प्रश्न यह है कि इस फॉर्म को एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट में बदलने की आवश्यकता क्यो है इसका जवाब है यदि हमें सामान्य फॉर्म में माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोर वाला या फिर माइक्रोसॉफ्ट बाइंडर में प्रयोग करना है तब या जरूरी हो जाता है कि यह एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट हो जिस समय हर सामान्य फॉर्म को एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट में बदलने के लिए सिलेक्ट करेंगे उसे समय हमारे सामने कई ऑप्शन आएंगे इन ऑप्शनों का प्रयोग हम अपनी जरूरत के अनुसार कर सकते हैं
  • इसके अंतर्गत यह विजार्ड भी अपना कार्य समाप्त करने बाद सारांश में एक रिपोर्ट मॉनिटर पर दिखलाता है जिसके द्वारा हम परिवर्तन की क्रिया को समझ सकते हैं और यह जान सकते हैं कि आप इस एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट को किस तरह से पेस्ट करना है।

 

11. टेंपलेट्स-

तरह-तरह के विचारों के साथ विजिबल बेसिक में कई तरह के टेंप्लेट को जोड़ा गया है और यह विजुअल बेसिक के सभी संस्करण में उपलब्ध हैं वास्तव में टेंप्लेट पहले से बनी हुई ऐसे फंक्शन होते हैं जिन्हें हम प्रोजेक्ट के तहत किसी कार्य को संपन्न करने के लिए प्रयोग कर सकते हैं उदाहरण के लिए यदि हमें किसी प्रोजेक्ट में एक बॉक्स जोड़ना है तो हम ऐसे संबंधित टेंप्लेट का प्रयोग करके बॉक्स जोड़कर उसे कस्टमाइज भी कर सकते हैं।

 

FAQ’S

1. विजुअल बेसिक एक आदर्श सॉफ्टवेयर है क्योकि-

विजुअल बेसिक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयरो के निर्माण के लिए एक आदर्श सॉफ्टवेयर है

2. फॉर्म को एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट में बदलने की आवश्यकता क्यो है-

फॉर्म को एक्टिव एक्स डॉक्यूमेंट में बदलने की आवश्यकता क्यो है इसका जवाब है यदि हमें सामान्य फॉर्म में माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोर वाला या फिर माइक्रोसॉफ्ट बाइंडर में प्रयोग करना है तब या जरूरी हो जाता है

3. इसके अंतर्गत यह विजार्ड भी अपना कार्य समाप्त करने समझ सकते हैं

इसके अंतर्गत यह विजार्ड भी अपना कार्य समाप्त करने बाद सारांश में एक रिपोर्ट मॉनिटर पर दिखलाता है जिसके द्वारा हम परिवर्तन की क्रिया को समझ सकते हैं

4. इस विज़ार्ड का प्रयोग करके हम कई तरह के — बना सकते हैं 

इस विज़ार्ड का प्रयोग करके हम कई तरह के प्रोजेक्ट बना सकते हैं इन प्रोजेक्ट के तहत एक संपूर्ण एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का निर्माण होता है

 

Conclusion (निष्कर्ष)- 

तो दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट विजुअल बेसिक (Visual Basic) क्या है? इसकी विभिन्न विशेषताये क्या है। कैसी लगी मुझे आशा है आपको बहुत पसंद आई होगी तथा बहुत ही हेल्पफुल रही होगी तथा इसको अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे visual basic kya hai

 

 

Leave a Comment

error: Content is protected !!