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टैली में बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए?

Bank Reconciliation in Hindi – नमस्कार दोस्तों आपको इस पोस्ट टैली में बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए? आर.जी.विलियम के अनुसार- बैंक द्वारा ग्राहक के लिए टिकट की गई बाकी बैलेंस ग्राहक की रोकड़ पुस्तक में बैंक की बाकी का मिलान करने के लिए जो प्रमाण पत्र बनाया जाता है उसे बैंक समाधान विवरण कहते हैं। के बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करेगे ताकि आपको कही और पर विजिट करने की जरूरत न पड़े और आपको टैली से रिलेटेड जानकारी सही तरह से मिल सके। तो चलिए दोस्तों शुरू करते है-

 

टैली में बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation) पर संक्षिप्त टिप्पणी-

बैंक समाधान विवरण-

आधुनिक युग में प्रत्येक व्यापारी बैंक में चालू खाता खोलना है और सभी व्यापारिक लेन देन को बैंक के द्वारा ही करता है इसके लिए व्यापारी के पास तीन खाने वाले रोकड़ वही होती है और बैंक उसका लेखा उसकी पासबुक में करती रहती है इस प्रकार रोकड़ पुस्तक व पासबुक के बाकियों का मिलान करने के लिए जो विवरण पत्र बनाया जाता है। उसे बैंक समाधान विवरण कहते हैं।

विवरण पत्र पासबुक व रोकड़ पुस्तकों में अंतर के कर्म को बतलाता है अंतर का आशय यह नहीं है कि रोकड़ वही या पासबुक में कोई त्रुटि रह गई है बल्कि अनेक कारण ऐसे हो सकते हैं जिनके कारण दोनों पुस्तकों की बाकियों में विभिन्नता पाई जाती है।

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बैंक समाधान विवरण बनाए जाने के कारण –

बैंक समाधान विवरण रोकड़ पुस्तक वी पासबुक के शेष में अंतर के कारण को ज्ञात करने के लिए बनाया जाता है इसके कारण निम्नलिखित हो सकते हैं –

  • चेक निर्गत किए गए लेकिन भुगतान के लिए प्रस्तुत नहीं किए गए
  • चेक वसूली के लिए भेजे गए लेकिन वसूल नहीं हुए
  • बैंक द्वारा सीधी प्रविष्टियां
  • बैंक से प्राप्त ब्याज
  • बैंक चार्जेस

 

  • चेक निर्गत किए गए लेकिन भुगतान के लिए प्रस्तुत नहीं किए गए

जब व्यापारी किसी व्यक्ति को कोई चेक काट कर देता है तो उनकी रोकड़ वही की बाकी कम हो जाती है लेकिन यदि यह चेक बुक में बनाया नहीं गया है तो पासबुक के बाकी रोकड़ पुस्तक के शेष से अधिक शेष दिखलाएगी जिस कारण दोनों बाकियों में अंतर पाया जाएगा।

 

  • चेक वसूली के लिए भेजे गए लेकिन वसूल नहीं हुए

जब व्यापारी को अन्य व्यक्तियों के चेक प्राप्त हो जाते हैं तो वह उन्हें बैंक में वसूल करने के लिए भेज देता है जिससे रोकड़ पुस्तक में बैंक शेष राशि अधिक हो जाता है और पासबुक में वह रकम बैंक द्वारा उपयुक्त तिथि पर वसूल होने तक जमा नहीं हो सकते जिस कारण दोनों बाकियों में भिन्नता पाए जाते हैं।

 

  • बैंक द्वारा सीधी प्रविष्टियां

कभी-कभी ग्राहक व्यापारियों के खाते में है रकम सीधी जमा कह देता है जिसकी जानकारी व्यापारी को बाद में होती है इससे बैंक में पासबुक की बाकी अधिक राशि हो जाती है जबकि रोकड पुस्तक में शेष कम ही रहती है।

 

  • बैंक से प्राप्त ब्याज

बैंक अपने खाता धारी को जमा धन पर ब्याज भी देता है जो की बैंक द्वारा खाते में जमा कर दिया जाता है इस कारण जोकर पुस्तक वी पासबुक के शिष्यों में भी अंतर हो जाता है क्योंकि इसकी सूचना व्यापारी को नहीं मिलती है।

 

  • बैंक चार्जेस

बैंक अपने द्वारा दी गई सेवाओं के बदले कभी-कभी शुल्क भी लेता है जो के व्यापारियों के खाते से काट लिया जाता है अतः दोनों बाकियों में अंतर हो जाता है।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि उपर्युक्त कर्म को ज्ञात करने के लिए बैंक समाधान विवरण बनाया जाता है।

 

टैली में बैंक समाधान विवरण बनाना –

टैली में बैंक समाधान विवरण निम्न प्रकार बनाया जाता है-

सर्वप्रथम हम बैंक के समरी स्कीम पर लेकर आते हैं इस समरी को स्क्रीन पर लाने के लिए डिस्प्ले की अकाउंट बुक ऑप्शन के बैंक बुक में जाते हैं यहां कर्सर को पहले महीने अप्रैल पहले का इंटर की को दवा देते हैं ऐसा करने से अप्रैल माह का वाउचर आ जाता है।

बैंक अकाउंट में एक बटन दिखाई देता है F5 Reconcite इसे दबा देते हैं ऐसा करने से स्क्रीन एडिट या Reconciliation मोड में आ जाती है। इस स्क्रीन में एक कलम बैंकर्स तारीख के लिए आता है स्क्रीन में सबसे पहले Reconciliation निम्नलिखित तत्वों को दिखाता है –

  • Balance As Per Bank – यह बुक बैलेंस का नेट दिखाता है।
  • Balance As Per Company Books – यह अंतिम तारीख पर बैलेंस दिखता है।
  • Amount not Reflected in Bank – यह उन वाउचर का डेबिट और क्रेडिट या टोटल दिखता है जिसमें बैंक तारीख है खाली होती है या दी गई तारीख से ज्यादा होती है।

अतः जब हम किसी वाउचर में बैंक डेट को सेट कर देते हैं तो Reconliation स्क्रीन पर दिखाई देना लगता है जब तक यह समाप्त हो जाता है तभी Ctrl+A  की को दवा देते हैं जिससे यह स्क्रीन Accept हो जाती है।

Bank Reconciliation को प्रिंट करने के लिए Alt+P को दबाते है।

ब्याज की गणना – टैली में हमें ब्याज की गणना की सुविधा भी उपलब्ध कराती है।

आवश्यक सेटअप – ब्याज की गणना के लिए सबसे पहले हमें कंपनी के लिए एक इस फीचर को एक्टिवेट करना पड़ता है और फिर इसे उन लेजर खातों के लिए एक्टिवेट करते हैं जिनके लिए ब्याज की गणना की जाती है।

Press F11- इसमें कंपनी फ्यूचर स्क्रीन में इंटरेस्ट कैलकुलेशन के विकल्प को एक्टिवेट कर देते हैं इसमें निम्न प्रश्न पूछे जाते हैं

  1. Use Advanced Parameters – इसे No सेट कर देते हैं इसे No सेट करने से यह Simple Mode में रहेगा।
  2. Activate Interest Calculation – इसे Yes सेट कर देते हैं।

 

Simple Mode (सिंपल मोड) –

जिसमें एडवांस पैरामीटर No सेट रहता है इसमें पहले लेजर मास्टर में जाकर Intrest कैलकुलेशन को एक्टिवेट ब इस स्पेसिफाइ करते हैं फिर वाउचर में इंटरेस्ट डिटेल को इंटर करते हैं।

 

Advanced Mode (एडवांस मोड) –

  • इसमें सबसे पहले F11 कंपनी फ्यूचर (Company Feature) में जाकर एडवांस पैरामीटर को Yes सेट देते हैं।
  • डेबिट नोट क्लॉथ विच कंपाउंड इंटरेस्ट (Debit Note Class with Compound Interest)
  • अब हम एक नया डेबिट नोट बनाते हैं जो Compound Interest इंटरेस्ट के लिए होता है इसके लिए Amount to be Treated as Compound Interest को Yes सेट करते हैं।
  • अब वाउचर एंट्री (Voucher Entry) को प्रविष्ट करके रेफरेंस नंबर देते हैं और लेजर व बिल को सेलेक्ट करते हैं अब क्रेडिट लेजर खातों को सेलेक्ट करते हैं जिसे ब्याज प्राप्त होता है और डेबिट नोट को सेव कर देते हैं।

 

FAQ’S 

1. R.G. विलियम के अनुसार बैंक समाधान विवरण की परिभाषा क्या है ?

बैंक द्वारा ग्राहक के लिए टिकट की गई बाकी बैलेंस ग्राहक की रोकड़ पुस्तक में बैंक की बाकी का मिलान करने के लिए जो प्रमाण पत्र बनाया जाता है उसे बैंक समाधान विवरण कहते हैं।

2. Bank Reconciliation को प्रिंट करने के लिए कौन सी key को दबाते है ?

Bank Reconciliation को प्रिंट करने के लिए Alt+P को दबाते है।

3. Amount not Reflected in Bank क्या काम करता है ?

यह उन वाउचर का डेबिट और क्रेडिट या टोटल दिखता है जिसमें बैंक तारीख है खाली होती है या दी गई तारीख से ज्यादा होती है।

 

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों आपको मेरी ये पोस्ट टैली में बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए? कैसी लगी comment बॉक्स में comment करके जरूर बताये ऐसी ही पोस्ट के लिए आप मेरे साथ बने रहे तथा अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

 

 

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