टैली को किस प्रकार कंफीग्रेशन (Configuration) किया जाता है।

नमस्कार दोस्तों आपका इस ब्लॉग पर स्वागत है इसमे आपको टैली से सम्बंधित जनकारी टैली को किस प्रकार कंफीग्रेशन (Configuration) किया जाता है। टैली में जब नई कंपनी बनाने से पूर्व हमें टैली को अपनी जरूरत के हिसाब से कॉन्फ़िगर कर लेना बहुत जरूरी होता है  टैली को हम किस प्रकार से कॉन्फ़िगर कर सकते है तथा इसके लिए कौन सी key का प्रयोग किया जाता या कौन से बटन का उपयोग करना पड़ता है आदि सभी प्रकार की जानकारी आपको इस पोस्ट में दी जाएगी टैली के बारे में अच्छी तरह से बताया है ताकि आप बहुत ही आसानी से सीख और समझ सके तो चलिए दोस्तों शुरू करते है –

 

टैली को कंफीग्रेशन करना

टैली में नई कंपनी बनाने से पहले हमें टैली को अपनी आवश्यकता अनुसार कॉन्फ़िगर कर लेना चाहिए टैली को कॉन्फ़िगर करने के लिए नीचे दिए गए सबसे पहले नीचे के बटन कॉन्फ़िगर पर क्लिक करते हैं अथवा कीबोर्ड पर फंक्शन की F 12 को दबाते हैं अब मॉनिटर स्क्रीन पर निम्ननुसार चित्र दिखाई देता है।

इस प्रदर्शन में हम देखते हैं कि कंपनी इनफॉरमेशन (company info.) इस भाग में प्रदर्शित होने वाले बॉक्स से बाहर प्रदर्शित होती है और बॉक्स का शीर्षक कंफीग्रेशन (Configuration) हो जाता है इस बॉक्स में विभिन्न विकल्प प्रदर्शित हो रहे हैं।

 

टैली को कंफीग्रेशन प्रक्रिया को विभाजित करना 

टैली को कॉन्फ़िगर करने की प्रक्रिया को निम्नलिखित 6 भागों में विभाजित किया जा सकता है।

  1. जनरल (General)
  2. न्यूमेरिक सिंबल (Numeric symbols)
  3. एकाउंट्स/इन्फेंट्री इनफॉरमेशन (Account/invertory information)
  4. वाउचर एंट्री (Voucher entry)
  5. इनवॉइस/ऑर्डर एंट्री (Invoice Entry)
  6. प्रिंटिंग (printing)

 

1.जनरल (General)

  • जनरल का शाब्दिक अर्थ है साधारण या सामान्य अतः इस विकल्प में हम समानता प्रयुक्त होने वाले निर्धारणों को कॉन्फ़िगर करेंगे इस विकल्प को चुना करें कीबोर्ड पर इंटर की को दबाने पर अथवा इस पर माउस प्वाइंटर लाकर डबल क्लिक करके मॉनिटर स्कीम पर निम्नलिखित चित्र की भांति प्रदर्शित होता है।
  • इस प्रदर्शन में कंपनी डिटेल (Company detail)  के नीचे use अकाउंटिंग टेक्नोलॉजी ऑफ (use accounting technology of) के सामने दो option  इंडिया/एशिया (India/Asia) तथा ब्रिटेन/यूरोप (Britian/Europe) प्रदर्शित होता है
  • यदि हम टैली का उपयोग भारत में कर रहे हैं अर्थात भारतीय अकाउंटिंग पारिभाषिक शब्दावली का प्रयोग कर रहे हैं तो इंडिया/एशिया (India/Asia) विकल्प को चुनते हैं
  • और यदि हम यूरोपीय अकाउंटिंग पारिभाषिक शब्दावली का प्रयोग कर रहे हैं तो ब्रिटेन/यूरोप (Britian/Europe) विकल्प का प्रयोग करते हैं जो कि हम भारत में रहते हैं इसलिए हम समानता इंडिया/एशिया (India/Asia) विकल्प को चुनकर इंटर की (enter की) दबाकर अथवा माउस पाउडर को इस विकल्प पर लाकर क्लिक करते हैं।
  • स्टाइल ऑफ डेट (Style of date) के नीचे दो विकल्प दिए होते हैं पहले विकल्प स्टाइल ऑफ शॉर्ट डेट (style of short date) के सामने हमें शॉर्ट डेट (short date) के लिए तीन विकल्प dd-mm-yy, mm-dd-yy तथा yy-mm-dd प्राप्त होते हैं इनमें से पसंदीदा विकल्प को इंटर enter की दबाकर या माउस की सहायता से चुन लिया जाता है।
  • Separater Use in Short date के सामने हमें यह निर्धारित करना होता है कि दिनांक के प्रदर्शन में तिथि माह  तथा वर्ष को किस चिन्ह से पृथक किया जाएगा यहां पर वंचित चिन्ह को हम टाइप कर सकते हैं।
  • Configuration of Numbers के नीचे दशमलव का चिन्ह निर्धारित करने के लिए डेसिमल कैरेक्टर टू यूज़ (desimal character to use) के सामने वंचित चिन्ह को टाइप कर दिया जाता है धनराशि में हजार की संख्या को पृथक करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले चिन्ह का निर्धारण thousand saperator to use के सामने उसे टाइप करके किया जा सकता है।
  • यदि हम अकाउंट में धनराशि की मुद्रा तथा इन्वेंटरी में माल की मात्रा मापने की इकाई को भी प्रदर्शित करना चाहते हैं तो Put Sign before currency/unit symbols के सामने Y दबाकर YES प्रदर्शित करते हैं और यदि प्रदर्शन करना नहीं चाहते हैं तो इसे NO ही रहने देते हैं अब यह निश्चित करना है कि आपको अपनी कंपनी का हिसाब किस तरह रखना चाहते है।
  • यदि हमें अपना अकाउंट भारतीय माध्यम जैसे-लाख, करोड़ इत्यादि में रखना है तो ”show number in Millions” के सामने N दबाकर NO प्रदर्शित करते हैं और हम अकाउंटिंग में धनराशि को लाखों के स्थान पर मिलियन उसमें रखना चाहते हैं तो यहां पर Y दबाकर YES  प्रदर्शित करते हैं
  • यदि हम मासिक रिपोर्ट को ग्राफ के साथ नहीं देखना चाहते हैं तो ग्राफ इन मंथली रिपोर्ट (Graph of Monthly Report) के नीचे दिए गए शो मंथली रिपोर्ट विच ग्राफ्स (Show Monthly Report with graph) के सामने N दबाकर NO प्रदर्शित करते हैं और यह यदि प्रदर्शित करना चाहते हैं तो इसे YES ही रहने देते हैं।

 

2. न्यूमेरिक सिंबल (Numeric symbols)

कॉन्फ़िगरेशन बॉक्स का दूसरा विकल्प न्यूमेरिक सिंबल (Numeric symbols) होता है इस विकल्प को enter की माउस पॉइंटर द्वारा चुनने पर स्क्रीन पर दिए गए चित्र के अनुसार एक बॉक्स प्रदर्शित होता है इस प्रदर्शन में हम धनात्मक राशि, ऋणात्मक राशि, डेबिट अमाउंट तथा क्रेडिट अमाउंट के पहले तथा बाद में लगने वाले विभिन्न चिन्हों का निर्धारण करते हैं।

 

3. एकाउंट्स/इन्फेंट्री इनफॉरमेशन (Account/invertory information)

  • कॉन्फ़िगरेशन बॉक्स का तीसरा विकल्प एकाउंट्स/इन्फेंट्री इनफॉरमेशन (Account/invertory information) होता है इस विकल्प को इंटर की अथवा माउस काउंटर द्वारा चुने पर मॉनिटर स्क्रीन पर एक चित्र दिखाई देता है इस प्रदर्शन में मास्टर कंफीग्रेशन (Mater Configration) के नीचे यह निर्धारित किया जाता है कि नाम के साथ-साथ उप-नाम भी प्रदर्शित होगी अथवा नहीं|
  • इस प्रदर्शन में अकाउंट मास्टर (account Master) के नीचे दिए गए चार विकल्पों में से पहले विकल्प Allow ADVANCED entries in masters का प्रयोग अकाउंट इस मास्टर में Advanced प्रवृत्तियों की अनुमति के लिए करते हैं।
  • यदि यह अनुमति नहीं चाहते तो इसके सामने N दबाकर NO प्रदर्शित करते हैं यदि यह अनुमति चाहते हैं तो यह सही रहने देते हैं|
  • यदि हम लेजर अकाउंट के साथ नोटिस भी जोड़ना चाहते हैं तो Add notes for Ledger Account के सामने Y  दबाकर YES प्रदर्शित करते हैं और यदि जोड़ना नहीं चाहते हैं तो उसे NO ही रहने देते हैं|
  • यदि हम लेजर अकाउंट में प्रॉपर्टी के पत्तों का भी प्रयोग नहीं करना चाहते हैं तो Use Address for ledger Accounts के सामने N दबाकर NO प्रदर्शित करते हैं और यदि यह प्रयोग करना चाहते हैं तो YES ही रहने देते हैं।
  • यदि हम लेजर अकाउंट में कॉन्टैक्ट डिटेल (Context Details) का प्रयोग करना चाहते हैं तो Use Context detail for Ledger accounts के सामने Y दबाकर YES का प्रदर्शित करते है और यदि प्रयोग करना नहीं चाहते हैं तो इसे NO ही रहने देते हैं |
  • इसी प्रकार Inventory Masters के नीचे दिए गए विकल्पों को प्रयोग करके इन्वेंटरी में प्रयोग होने वाले स्टॉक आइटम के नीचे Part Number,Descriptions,Remsrks आदि का प्रदर्शन कर सकते हैं।

 

4. वाउचर एंट्री (Voucher entry)

कॉन्फ़िगरेशन बॉक्स का चौथा विकल्प वाउचर एंट्री (Voucher entry) होता है इस विकल्प को इंटर enter की अथवा माउस पॉइंटर द्वारा चुने पर मॉनिटर स्क्रीन पर निम्नलिखित चित्र प्रदर्शित होता है।

इस प्रदर्शन में अकाउंट वाउचर तथा inventory वाउचर में विभिन्न प्रदर्शनों का निर्धारण किया जाता है यह प्रदर्शन दो शीषक  एकाउंटिंग वाउचर तथा इन्वेंटरी वाउचर के साथ प्रदर्शित होता है एकाउंटिंग वाउचर के नीचे दिए गए हैं

विकल्पों का प्रयोग अकाउंटिंग वाउचर के प्रविष्टि करते समय विभिन्न सुविधाओं का उपयोग करने हेतु निर्धारण करने के लिए किया जाता है हमें ऊंची सुविधा का उपयोग करना होता है उसके सामने Y दबाकर YES प्रदर्शित करते हैं और यदि उपयोग नहीं करना चाहते हैं तो N दबाकर NO प्रदर्शित करते हैं

इसी प्रकार इन्वेंटरी वाउचर के लिए भी विभिन्न प्रदर्शनों को निर्धारित किया जाता है।

 

5. इनवॉइस/ऑर्डर एंट्री (Invoice Entry)

कॉन्फ़िगरेशन बॉक्स का पांचवा विकल्प इनवॉइस/ऑर्डर एंट्री (Invoice Entry) होता है इस विकल्प को इंटर enter की अथवा माउस पॉइंटर द्वारा चुने पर मॉनिटर स्क्रीन पर निम्नलिखित चित्र का प्रदर्शित होता है इस प्रदर्शन में इनवॉइस तथा ऑर्डर्स के लिए विभिन्न आवश्यक विकल्पों का प्रयोग करने के लिए उस विकल्प के सामने Y दबाकर YES प्रदर्शित करते हैं और यदि प्रयोग नहीं करना चाहते हैं तो N दबाकर NO प्रदर्शित करते हैं।

 

6. प्रिंटिंग (printing)

  • कॉन्फ़िगरेशन बॉक्स का छठ विकल्प प्रिंटिंग होता है इस विकल्प को इंटर की अथवा माउस काउंटर द्वारा चुनने पर मॉनिटर स्कीम पर नीचे दिए गए A चित्र प्रदर्शित होता है।
  • इस प्रदर्शन में विकल्प प्रदर्शित होते हैं पहले विकल्प Genrel पर enter की अथवा माउस pointer द्वारा चुने पर मॉनिटर स्कीम पर एक चित्र B  प्रदर्शित होता है।
  • वाउचर प्रिंटिंग (Voucher printing )के दूसरे विकल्प में पेमेंट वाउचर (payment voucher) को enter की अथवा माउस pointer द्वारा चुनने पर मॉनिटर स्कीम पर चित्र प्रकाशित होता है।
  • इस प्रदर्शन में पेमेंट वाउचर (payment voucher) के आकार की ऊंचाई व चौड़ाई का निर्धारण इंच में height of voucher तथा width of voucher के सामने किया जाता है प्रत्येक वाउचर के ऊपर छोड़ें जाने बाले रिक्त स्थान पर निर्धारण के सामने इंच में किया जाता है। टैली में यह स्थान 0.25 default होता है यदि हम voucher मोड भी प्रिंट करना चाहते है तो payment mode होता है।

 

FAQ

1. टैली में नई कंपनी बनाने से पहले हमें क्या करना चाहिए ?

टैली में नई कंपनी बनाने से पहले हमें टैली को अपनी आवश्यकता अनुसार कॉन्फ़िगर कर लेना चाहिए टैली को कॉन्फ़िगर करने के लिए नीचे दिए गए सबसे पहले नीचे के बटन कॉन्फ़िगर पर क्लिक करते हैं।

2. यदि हम लेजर अकाउंट में कॉन्टैक्ट डिटेल (Context Details) का प्रयोग करना चाहते हैं तो 

यदि हम लेजर अकाउंट में कॉन्टैक्ट डिटेल (Context Details) का प्रयोग करना चाहते हैं तो Use Context detail for Ledger accounts के सामने Y दबाकर YES का प्रदर्शित करते है और यदि प्रयोग करना नहीं चाहते हैं तो इसे NO ही रहने देते हैं ।

 3. Inventory Masters के नीचे दिए गए विकल्पों को प्रयोग करके –

इसी प्रकार Inventory Masters के नीचे दिए गए विकल्पों को प्रयोग करके इन्वेंटरी में प्रयोग होने वाले स्टॉक आइटम के नीचे Part Number,Descriptions,Remsrks आदि का प्रदर्शन कर सकते हैं।

4. न्यूमेरिक सिंबल (Numeric symbols) होता है ?

इस प्रदर्शन में हम धनात्मक राशि, ऋणात्मक राशि, डेबिट अमाउंट तथा क्रेडिट अमाउंट के पहले तथा बाद में लगने वाले विभिन्न चिन्हों का निर्धारण करते हैं।

 

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट टैली को किस प्रकार कंफीग्रेशन (Configuration) किया जाता है। कैसी लगी आशा है कि आपको अच्छी लगी होगी और हेल्पफुल रही होगी इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल है तो आप comment बॉक्स में comment करे तथा अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

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