Tally में नया सिंगल लेजर अकाउंट कैसे बनाएं।


नमस्कार दोस्तों आपका इस ब्लॉग में स्वागत है आज आपको इस पोस्ट Tally में नया सिंगल लेजर अकाउंट कैसे बनाएं। लेजर अकाउंट को बनाते समय हमें मुख्य सूचना आवश्यक सूचना के रूप में प्रयोग की जाती है यहां पर हमें यह निर्धारित करना पड़ता है कि बनाए जाने वाला new  लेजर अकाउंट किस group के अंतर्गत रखा जाएगा। जिससे हमें इसका वर्तमान में तथा भविष्य में जरूरत पर उपयोग कर सके इसमे आपको टैली में नाम, alias, under आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे तथा इसके आलावा टैली के और भी जरूरी एकाउंट के बारे इसी पोस्ट में बताएग तो चलिए दोस्तों शुरू करते है-

 

Tally में नया सिंगल लेजर अकाउंट बनाना।

Tally में नया सिंगल लेजर अकाउंट बनाने के लिए इस मेनू के सिंगल लेजर भाग के पहले विकल्प क्रिएट का प्रयोग किया जाता है इस विकल्प का प्रयोग करने पर मॉनिटर स्क्रीन पर अगले पृष्ठ पर दिए गए चित्र की भांति लेजर क्रिएटर विंडो का प्रदर्शन होता है Tally में नया सिंगल लेजर अकाउंट बनाने के लिए निम्नलिखित सूचनाओं की प्रविष्टि करने आवश्यक होती है।

  1. Name
  2. Alias
  3. Under
  • Currency of Ledger
  • Pricing level Applicable
  • Maintance Balance Bill-by-Bill
  • Cost Center are applicable
  • Inventory value are Affected
  • Opening Balance (on<Date)
  • Mailing and Related Details

 

Name –

कोई भी लेजर अकाउंट बनाते समय यह सूचना प्रविष्टि की जानी आवश्यक है कोई भी लेज़र अकाउंट बनाने के लिए लेजर अकाउंट का नाम टाइप किया जाता है।

जैसे- lucky digital media टाइप करते है। लेजर अकाउंट का नाम टाइप कैसे उपरांत इंटर (Enter) की को दबाने पर कर्सर Alias के सामने आ जाता है।

Alias –

Tally के लिए यह प्रविष्टि की जानी आवश्यक नहीं है यहां पर हमें बनाए गए जाने वाले लेजर अकाउंट का उपनाम, यदि हम कोई देना चाहते हैं तो टाइप करना होता है।

उदाहरण के लिए हम यहां पर अकाउंट का उपनाम स्मार्ट कंप्यूटिंग टाइप करते हैं ग्रुप का उपनाम टाइप करने का उपरांत अथवा बिना उपनाम किया ही इंटर (Enter) key को दबाने पर कर्सर Under के सामने आ जाता है।

Under –

  1. लेजर अकाउंट को बनाते समय यह सूचना आवश्यक सूचना के रूप में प्रयोग की जाती है यहां पर हमें यह निर्धारित करना होता है कि बनाए जाने वाला यह नया लेजर अकाउंट किस ग्रुप के अंतर्गत रखा जाएगा।
  2. ग्रुप का चुनाव करने के लिए इस प्रदर्शन में दाएं और एक सूची लिस्ट ऑफ ग्रुप (List of Group) के नाम से प्रदर्शित होती है।
  3. इस सूची में वांछित ग्रुप का नाम चुनने के लिए उसके नाम के पहले अक्षर की key को की-बोर्ड पर दबा देते हैं तो इस अक्षर से शुरू होने वाले सभी ग्रुप गहरी काली अक्षर में प्रविष्ट होने लगते हैं और कर्सर इन ग्रुप में से पहले ग्रुप पर आ जाता है।
  4. अब ऐरो की की सहायता से वंचित ग्रुप को चुन लिया जाता है अब इंटर की को दबाने पर ग्रुप का उपनाम अंदर के सामने हां स्वयं ही प्रदर्शित होने लगता है और कर्सर अगले विकल्प के सामने आ जाता है।
  5. यदि हमें यहां पर ऐसा प्रतीत होता है कि इस सूची में वह ग्रुप है ही नहीं, जिसके अंतर्गत इस लेजर अकाउंट को बनाया जाना था तो हम यहीं से नया ग्रुप भी बना सकते हैं इसके लिए हमें कीबोर्ड पर Alt key के साथ C को दबाना होता है।
  6. अब मॉनिटर स्क्रीन पर Grouop Creation Secondary) विंडो का प्रदर्शन होता है यहां पर नया ग्रुप उसी प्रकार बना सकते हैं जिस प्रकार हमने सिंगल ग्रुप का निर्माण किया था।

Currency of leader-

  • यह विकल्प इस समय प्रदर्शित होता है जबकि हमने कंपनी को कॉन्फ़िगर करते समय Allow Multi Currency (आलो मल्टी करंसी) के सक्षम Yes विकल्प को चुनाव हो और विभिन्न मुद्राओं को परिभाषित किया हो।
  • इसमें बनाए जाने वाली लेजर अकाउंट में लेनदेन किस मुद्रा में किया जाएगा। यहां पर हमें यह निर्धारित करना होता है कि बनाए जाने वाले लेजर अकाउंट में लेनदेन किस मुद्रा में किया जाएगा।
  • कर्सर के इस विकल्प पर आते ही इसके सक्षम परिवर्तन विभिन्न प्रकार की मुद्राएं प्रदर्शित होने लगते हैं। इस सूची में वांछित मुद्रा का चुनाव किया जाता है।
  • इस प्रकार निर्धारित की गई मुद्रा को हम तब तक परिवर्तन नहीं कर सकते जब तक कि वह इस लेजर अकाउंट में कोई प्रविष्टि नहीं कर देते हैं वंचित मुद्रा का निर्धारण करने के उपरांत इंटर (Enter) key को दबाने पर कैसे अगले विकल्प के सामने प्रदर्शित होने लगता है।

Pricing level Application –

यह विकल्प उस समय प्रदर्शित होता है जबकि हमने कंपनी को कॉन्फ़िगर करते समय Set/Modify other future company के सक्षम Yes विकल्प को टाइप करके इंटर ‘की’ को दबाने पर प्रदर्शित होने वाली विंडो के विकल्प Use multiple price level for invoicing के सक्षम Yes टाइप किया हो तथा विभिन्न Pricing Level को परिभाषित किया हो कर्सर के इस विकल्प पर परिभाषित किए गए विभिन्न प्राइसिंग लेवल (Pricing Level)की सूची प्रदर्शित होने लगती है।

इस सूची में वांछित प्राइसिंग लेवल (Pricing Level) का चुनाव किया जाता है वांछित प्राइसिंग लेवल (Pricing Level) का निर्धारण करने के उपरांत इंटर (Enter) ” को दबाने पर कर्सर अगले विकल्प के सामने प्रदर्शित होने लगता है। इसमें विभिन्न pricing level की सूची प्रदर्शित होने लगती है।

Maintance Balance Bill-by-Bill

यह विकल्प उस समय प्रदर्शित होता है जबकि हमने कंपनी को कॉन्फ़िगर करते समय Maintenance Bill wise details के सक्षम Yes विकल्प को चुना हो। यह विकल्प अकाउंट के बिल के अनुसार आवश्यक जानकारी प्राप्त करने में सहायक होता है

यदि टैली में दी गई इस सुविधा का प्रयोग एक लेजर अकाउंट बनाने के लिए किया जाना है तो यहां पर Yes टाइप करके इंटर (Enter) की को दबाते हैं और यदि ऐसा नहीं चाहते हैं तो No टाइप करके इंटर (Enter) को दबाते हैं अब कर्सर अगले विकल्प के समक्ष प्रदर्शित होने लगता है।

यह लेजर अकाउंट बिल के अनुसार आवश्यक जानकारी प्राप्त करने में सहायक होता है।

Cost centers are applicable –

यह विकल्प इस समय प्रदर्शित होता है जबकि हमने कंपनी को कॉन्फ़िगर करते समय Maintenance Cost centers के समक्ष  Yes विकल्प को चुनाव हों।

Inventory value are Affected –

इसमें सेल अथवा परचेज लेजर अकाउंट के लिए Yes टाइप करके Enter की को दबाया जाता है, तथा किसी अन्य लेजर अकाउंट के लिए No टाइप Enter की को दबा दिया जाता है।

Opening Balance (on<Date) –

  • यहां पर हमें बनाए जाने वाले लेजर अकाउंट की यदि अकाउंट बनाए जाने की तिथि में कोई बैलेंस धन राशि है तो वह यहां पर प्रविष्टि की जाती है। यदि यह लेजर अकाउंट इस वित्तीय वर्ष के लिए नया है तो इस प्रविष्टि को खाली ही छोड़ छोड़ जाता है।
  • यदि हम यहां कोई बैलेंस धनराशि प्रविष्टि करके इंटर की को दबाते हैं तो Tally बैलेंस धनराशि का प्रकार निर्धारित करने के लिए दो विकल्प है Dr. तथा Cr. प्रस्तुत करती है।
  • इन दोनों में से किसी एक को चुनकर हमें यह निर्धारित करना होता है कि यह बैलेंस धनराशि डेबिट (Debit) है अथवा क्रेडिट,
  • यदि बैलेंस राशि Debit है तो कीबोर्ड पर D को दबाकर और यदि क्रेडिट है तो कीबोर्ड पर C और दबाकर इंटर (Enter) की को दबाते हैं।
  • Tally सामान्य अकाउंटिंग सिद्धांतों का पालन करती है अर्थात जो बैलेंस असीट्स (Assets) का होता है वह डेविड (Debit) तथा जो लायबिलिटी (Liabilities) का होता है वह क्रेडिट (Credit) किया जाता है।
  • यहां पर वांछित प्रविष्टि करने के उपरांत इंटर (Enter) की को दबाने पर कर्सर Mailing and Related Details के नीचे नाम (Name) के सक्षम पहुंच जाता है।

Mailing and Related details –

  • यह सुविधा केवल पार्टी एकाउंट जैसे- Sunday creditors, Sunday Debitors, तथा loan and Advance group के लेजर अकाउंट के लिए प्रभावी होती है।
  • इस भाग में दिए गए विकल्प में पार्टी संबंधित विभाग विभिन्न सूचनाओं जैसे नाम (Name) के सामने पार्टी का नाम, एड्रेस (Address) के सामने पार्टी के डाक का पता, इनकम टैक्स नंबर (Income tax No.) के सामने पार्टी का इनकम टैक्स नंबर तथा सेल्स टैक्स नंबर (Sales tax No.) के सामने पार्टी का सेल्स टैक्स नंबर के बारे में आवश्यक सूचना प्रविष्टि की जाती है।
  • अब इंटर (Enter) की को दबाने पर इस विंडो पर एक्सेप्ट (Accept) डायलॉग बॉक्स का प्रदर्शन होता है इस बॉक्स में दो विकल्प Yes तथा No होते हैं यहां पर हमें बनाए जाने बारे में अकाउंट के लिए प्रविष्ट की गई उपरोक्त सूचना को स्वीकार तथा अस्वीकार करना होता है।
  • अब हम एक बार पुनः उपरोक्त सूचनाओं को जांच कर आवश्यकता अनुसार कीबोर्ड पर Y तथा N को दबाते हैं N की को दबाते ही कर्सर इस विंडो की पहली सूचना नाम के समक्ष पहुंच जाता है।
  • अब इंटर की को दबाते हुए उसे स्थान पर आते हैं जिसमें हमें कोई परिवर्तन करना होता है और वांछित परिवर्तन करने के उपरांत इंटर (Enter) की को दबाते हुए आगे बढ़ती रहती है।
  • अंत में पुनः Accept डायलॉग बॉक्स का प्रदर्शन होता है अब यहां पर माउस प्वाइंटर की सहायता से Yes विकल्प को चुनने पर अथवा कीबोर्ड Y की को दबाने पर यह सूचनाओं टैली में संचित हो जाते हैं और नया सिंगल लेजर अकाउंट बन जाता है।
FAQ’S

1. लेजर अकाउंट को बनाते समय under क्या काम करता है ?

लेजर अकाउंट को बनाते समय यह सूचना आवश्यक सूचना के रूप में प्रयोग की जाती है यहां पर हमें यह निर्धारित करना होता है कि बनाए जाने वाला यह नया लेजर अकाउंट किस ग्रुप के अंतर्गत रखा जाएगा।

2. Allow Multi Currency

यह विकल्प इस समय प्रदर्शित होता है जबकि हमने कंपनी को कॉन्फ़िगर करते समय Allow Multi Currency (आलो मल्टी करंसी) के सक्षम Yes विकल्प को चुनाव हो।

3.यदि क्रेडिट है तो

यदि क्रेडिट है तो कीबोर्ड पर C और दबाकर इंटर (Enter) की को दबाते हैं।

4.यदि बैलेंस राशि Debit है तो

यदि बैलेंस राशि Debit है तो कीबोर्ड पर D को दबाकर इंटर (Enter) की को दबाते हैं।

 

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों आपको Tally में नया सिंगल लेजर अकाउंट कैसे बनाएं। के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा ऐसी ही पोस्ट के लिए आप मेरे ब्लॉग से जुड़े रहे और इसी तरह की ओर पोस्ट के लिए comment करे तथा अपने दोस्तों की शेयर जरूर करे।

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