प्रणाली विश्लेषक की क्या भूमिका होती है? वर्णन कीजिए।

नमस्कार हेलो दोस्तों आपका pramodcomputerblog पर स्वागत है आज आपको इस पोस्ट में प्रणाली विश्लेषक की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे इस पोस्ट में आपको किसी कंप्यूटर प्रणाली की जरूरत व्यवहारिकता अध्ययन किया जाना व उसे लागू भी करना आदि सभी प्रकार के कार्यों की जानकारी मिलेगी तो चलिए दोस्तो शुरू करते हैं – Pranali vishleshak in hindi –

प्रणाली विश्लेषक की भूमिका

Pranali vishleshak in hindi – किसी कंप्यूटर प्रणाली की आवश्यकता व्यवहारिक अध्ययन करना व उसे लागू करना प्रणाली विश्लेषक के प्रमुख कार्य हैं।

प्रणाली विश्लेषक का कार्य कंप्यूटर युक्त प्रणाली बनाना होता है जिससे संस्था को आने वाले समय में एक बेहतर प्रणाली प्राप्त हो सके अतः उसमें उसे कंप्यूटर तकनीक का बेहतर ज्ञान होना चाहिए।

 

सामान्य सूझबूझ (Inter Personal Skill)

प्रणाली विश्लेषक में कंप्यूटर युक्त प्रणाली बनाना पड़ता है जिसके लिए हमे बहुत सारी सामान्य सूझ बूझ की जरूरत पड़ती है तभी हम संस्था में अच्छे रिजल्ट मिलते है।

 

संचार (Communication)

प्रणाली विश्लेषक में उस प्रणाली विश्लेषक के उपयोगकर्ताओ से उनकी भाषा में संपर्क साधनों की योग्यता होनी चाहिए। इसमें सिर्फ संस्था के कर्मचारी से बात करना ही नहीं बल्कि उनके बातें सुना हुआ उन्हें समझना भी आवश्यक है।

 

समझना (Understanding)

संपूर्ण प्रक्रिया को समझना, संस्था का उद्देश्य प्रणाली का उद्देश्य, संस्था के लिए प्रणाली के भूमिका समझना, उसमें उत्पन्न समस्याओं व उनके निदान खोजना, होने वाले परिवर्तनों का कर्मचारी का प्रभाव आदि कारकों का पूर्वानुमान लगाने की क्षमता प्रणाली विश्लेषक में होनी चाहिए। Pranali vishleshak in hindi –

 

प्रशिक्षण (Training)

संस्था के कर्मचारियों को नई प्रणाली का उपयोग के लिए समस्त प्रकार के प्रशिक्षण जिसमें कंप्यूटर प्रशिक्षण भी शामिल है, प्रदान करने की क्षमता प्रणाली विश्लेषक में होना आवश्यक है यदि आवश्यक हो तो प्रणाली विश्लेषक संबंधित समस्याओं को सुलझाने की जिम्मेदारी भी प्रणाली विश्लेषक की होती है।

 

नई खोजें (Innovation)

प्रणाली विश्लेषक में नई आईडिया देना तथा नई खोजना द्वारा प्रणाली की समस्याओं को सुलझाने की भी क्षमता होनी चाहिए।

 

तकनीकी कौशल (Technical Skill)

प्रणाली विश्लेषक के लिए हमे कंप्यूटर ज्ञान के साथ साथ तकनीकी कौशल का होना आवश्यक होता है क्योंकि इससे हमें नए नए आइडिया को प्रेक्टिस की नॉलेज होती है।

 

नवनिर्माण

प्रणाली विश्लेषक में संस्था में सोचे गई अथवा उपयोगकर्ता द्वारा सूची गई कार्य को क्रियान्वित करने की क्षमता होनी चाहिए इसके लिए प्रणाली प्रणाली विश्लेषक में नवनिर्माण की क्षमता होनी चाहिए।

 

परियोजना प्रबंधक

विकसित की जा रही प्रणाली की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करना संपूर्ण प्रणाली में सब कुछ सही समय पर हो इसके लिए प्रणाली विश्लेषक में एक कुशल परियोजना प्रबंधक के गुण होने चाहिए।

 

प्रश्न कारक व जॉच प्रकृति 

प्रणाली विश्लेषक की सबसे बड़ी क्षमता सही समय पर सही प्रश्न सोचने की, उसके लिए आवश्यक सूचना एकत्रित करके जांच प्रक्रिया द्वारा प्रश्न के उत्तर तक पहुंचना की होती है।

 

कंप्यूटर ज्ञान (Computer knowledge)

प्रणाली विश्लेषक को कंप्यूटर से संबंधित लगभग सभी विधाओं का मूल्य ज्ञान होना चाहिए वैसे तो किसी भी प्रणाली विश्लेषक में सामान्य सूझबूझ तथा तकनीकी कौशल गुण प्रचुर मात्रा में होना चाहिए लेकिन दोनों प्रकारों के गुणों की आवश्यकता प्रणाली विश्लेषक विकास प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में भिन्न-भिन्न होती है।

 

FAQ’S –

1. प्रणाली विश्लेषक की सबसे बड़ी क्षमता क्या है?

प्रणाली विश्लेषक की सबसे बड़ी क्षमता सही समय पर सही प्रश्न सोचने की होती है।

2. प्रणाली विश्लेषक के लिए हमे कंप्यूटर के साथ क्या होना आवश्यक होता है?

प्रणाली विश्लेषक के लिए हमे कंप्यूटर ज्ञान के साथ साथ तकनीकी कौशल का होना आवश्यक होता है।

 

Conclusion (निष्कर्ष) –

तो दोस्तो आज आपने प्रणाली विश्लेषक के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है जिससे आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा क्योंकि प्रणाली विश्लेषक के लिए कंप्यूटर ज्ञान , तकनीकी कौशल का होना बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मुझे आशा है कि आपको मेरी यह पोस्ट अच्छी लगी होगी तथा हेल्पफुल रही होगी अगर आप इस पोस्ट से रिलेटेड कुछ पूछना चाहते है तो comment करे तथा आपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करें।

 

 

 

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