Dial up Network, Leased line,ISDN क्या है? इसके लाभ और हानि क्या है।

नमस्कार दोस्तों आपका इस ब्लॉग में स्वागत है आज हम आपको Dial up Network, Leased line,ISDN क्या है? इसके लाभ और हानि क्या है। के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश करेगे। इंटरनेट विश्व भर में फैला कंप्यूटर का जाल है जो आपस में एक दूसरे के साथ जुड़े हैं इंटरनेट पर विभिन्न सूचनाओं आसानी से प्राप्त हो जाती हैं इंटरनेट के विश्व भर में फैले जाल में कई हजार कंप्यूटर आपस में जुड़े होते हैं यह इंटरनेट कनेक्टिविटी विभिन्न प्रकार की होती है इस पोस्ट में आपको सभी की जानकारी पूरे विस्तार से दी जाएगी तो आप मेरे साथ जुड़े रहे आइये शुरू करते है-

Dial up Network  (डायल अप नेटवर्क) क्या है?

Dial up Network में इसमें मॉडेम का प्रयोग करके कंप्यूटर को टेलीफोन लाइन द्वारा किसी इंटरनेट सुविधा प्रदानकर्ता के साथ जोड़ दिया जाता है।

  • एक इंटरनेट सुविधा प्रदान करता इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर इंटरनेट से जुड़कर कार्य करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • यह एक प्रकार का वाइड एरिया नेटवर्क है डायलॉग नेटवर्क द्वारा उपयोगकर्ता एक मॉडेम टाटा नेटवर्क टेलीफोन लाइन का उपयोग करके इस वाइड एरिया नेटवर्क का अंग बनकर इंटरनेट से जोड़कर इसके विभिन्न प्रकार के उपयोग करता है।
  • डायल अप नेटवर्क (Dial up Network) की कुछ कार्य सीमा होती है डायल अप नेटवर्क (Dial up Network) की कनेक्शन गति कम होती है।
  • इस प्रकार का नेटवर्क छोटे से ऑफिस में किया जाता है साधारणता उपयोगकर्ता अपने लैपटॉप द्वारा भी डायल अप नेटवर्क (Dial up Network) कनेक्शन का उपयोग कर सकते हैं।
  • अधिकांश स्थानों पर डायल अप वेन कनेक्शन में कंप्यूटर को राउटर के रूप में प्रयोग किया जाता है।
  • डायल अब नेटवर्क एक ऐसी सर्विस है जिसे टेलीफोन की सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी प्रदान करती हैं यह कम बैंड विड्थ प्रदान करती हो तो वह 0 से 400 Hz तक हो सकती है।
  • डायल अप नेटवर्क कनेक्शन द्वारा इंटरनेट की गति काफी धीमी होती है यह सबसे सस्ता कनेक्शन होता है।
  • Dial up Network अधिकांश windows-NT/2000/9x वर्कस्टेशन पर ही चलाया जाता है।

 

Dial up Network (डायल अप नेटवर्क) कनेक्शन के लाभ –

  1. यह लीज लाइन से सस्ता होता है।
  2. इसका कॉन्फिगरेशन करना आसान कार्य होता है।
  3. इसके द्वारा इंटरनेट एक्सेस करना काफी आसान होता है।

 

Dial up Network (डायल अप नेटवर्क) कनेक्शन की हानि –

  1. Dial up Network (डायल अप नेटवर्क) कनेक्शन द्वारा इंटरनेट एक्सेस की गति काफी धीमी होती है
  2. Dial up Network (डायल अप नेटवर्क) द्वारा इंटरनेट से जोड़ा गया कनेक्शन अक्सर टूट जाता है।

 

Leased line (लीज लाइन) क्या है?

Leased line (लीज लाइन) एक विशेष प्रकार के लाइन होती है जिसे समर्पित लाइन (Dedicated line) भी कहा जाता है।

  1. Leased line (लीज लाइन) में दो नेटवर्क अथवा कंप्यूटर का नेटवर्क से कनेक्शन, टेलिफोन द्वारा प्रदत विशेष समर्पित लाइन द्वारा होता है।
  2. Leased line (लीज लाइन) को समर्पित लाइन इसलिये कहा जाता है क्योंकि यह 24 घंटे कनेक्शन प्रदान करती है।
  3. यह लीज लाइन समर्पित लाइन इसलिये होती है क्योंकि इसके द्वारा मात्र इंटरनेट कनेक्शन करने की संभावना ही रहती है तथा टेलीफोन के रूप में नंबर डायल कर बात करने की सुविधा द्वारा नहीं दी जाती है।
  4. लीज लाइन द्वारा इंटरनेट उपयोग करते समय गति काफी अधिक होती है लीज लाइन लेने पर उपयोगकर्ता को एक निश्चित राशि सुविधा प्रदानकर्ता को देनी होती है यह लाइन अधिक व मध्य दूरी तक प्रदान की जा सकती है।
  5. लीज लाइन का मुख्य उपयोग यह है कि इसके द्वारा मात्र इंटरनेट उपयोग करने के लिए समर्पित लाइन मिल जाती है तथा इसके द्वारा इंटरनेट के उपयोग की गति बढ़ जाती है यह लाइन सर्विस प्रदानकर्ता तथा इंटरनेट उपयोगकर्ता के मध्य बिछाई जाती हैं।
  6. यह एक ऐसी सर्विस है जो किसी उपभोक्ता के लिए पूरी तरह से समर्पित होती है तथा दूसरे उपभोक्ता के साथ हमेशा जुड़ी रहती है यह मध्यम बैंड विड्थ स्पीड प्रदान करती है।
  7. इस कनेक्शन के इंटरनेट एक्सेस की गति काफी तेज होती है डायल आपकी अपेक्षा लीज लाइन की तरह अधिक होती है।

 

Leased line (लीज लाइन) कनेक्शन के लाभ –

  • इस कनेक्शन की इंटरनेट एक्सेस की गति काफी तेज होती है।
  •  इस कनेक्शन में मॉडेम की आवश्यकता नहीं होती है।

 

Leased line (लीज लाइन) कनेक्शन की हानि –

  • डायल अप एक्सेस की अपेक्षा Leased line (लीज लाइन) की दर अधिक होती है।
  • Leased line (लीज लाइन)  का कॉन्फ़िगरेशन डायल अप से अधिक जटिल होता है।

 

ISDN (आई.एस.डी.एन.) क्या है?

ISDN (आई.एस.डी.एन.) एक डिजिटल टेलीफोन पॉइंट टू पॉइंट पद्धति है इसका प्रयोग भारत में लगभग पिछले 10-12 वर्षों से अधिक हो रहा है इसका प्रयोग उन उपयोगकर्ता द्वारा किया जाता है जिन्हें अधिक बैंड विड्थ स्पीड की आवश्यकता होती है।

  • ISDN (आई.एस.डी.एन.) एक डिजिटल सर्विस सेवा है आई.एस.डी.एन. एक बैंड विड्थ प्रदान करता है।
  • ISDN (आई.एस.डी.एन.) उपकरण डिवाइस एक नंबर को डायल करता है तथा कनेक्शन स्थापित करता है।
  • इस प्रकार कनेक्शन स्थापित होने पर उपयोगकर्ता इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइट देख सकते हैं अत:  ISDN (आई.एस.डी.एन.) को सर्किट स्विचिंग सर्विस (Circuit Switching Service) भी कहते हैं।
  • ISDN (आई.एस.डी.एन.) डिजिटल पॉइंट पॉइंट पद्धति मानी जाती है इसमें डिजिटल ट्रांसमिशन मीडिया (Digital Transmission Media) का प्रयोग किया जाता है।
  • ISDN (आई.एस.डी.एन.) अधिक बैंड विड्थ प्रदान करती है। इन कनेक्शन द्वारा इंटरनेट की गति सबसे अधिक होती है।
  • यह स्विच कनेक्शन का उपयोग करता है जिससे इससे आने वाला खर्चा बहुत कम हो जाता है।

 

FAQ’S

1. Dial up Network किस प्रकार सुविधा प्रदान करता है ?

इसमें मॉडेम का प्रयोग करके कंप्यूटर को टेलीफोन लाइन द्वारा किसी इंटरनेट सुविधा प्रदानकर्ता के साथ जोड़ दिया जाता है।

2. Leased line (लीज लाइन) को समर्पित लाइन (Dedicated line) क्यौ कहा जाता है ?

Leased line (लीज लाइन) को समर्पित लाइन इसलिये कहा जाता है क्योंकि यह 24 घंटे कनेक्शन प्रदान करती है।

3. ISDN (आई.एस.डी.एन.) कौन सी पद्धति मानी जाती है ?

ISDN (आई.एस.डी.एन.) डिजिटल पॉइंट पॉइंट पद्धति मानी जाती है इसमें डिजिटल ट्रांसमिशन मीडिया (Digital Transmission Media) का प्रयोग किया जाता है।

4. Dial up Network अधिकांश किस वर्कस्टेशन पर ही चलाया जाता है ?

Dial up Network अधिकांश windows-NT/2000/9x वर्कस्टेशन पर ही चलाया जाता है।

 

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों आपको मेरी ये पोस्ट Dial up Network, Leased line,ISDN क्या है? इसके लाभ और हानि क्या है। कैसी लगी comment बॉक्स में comment करके जरूर बताये है तथा अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

 

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