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ब्रोकेन स्क्रीन क्या है ? (What is Broken screen)

broken screen hindi – तो दोस्तों आज हम आपको ब्रोकेन स्क्रीन क्या है ? के बारे में विस्तार से बात करेगे यह क्या है केसे जाने-पहचाने आदि के बारे जानेगे । स्मार्ट फोन से लेकर टैबलेट और लैपटॉप की स्क्रीन में कई समस्या हो सकती है। टूट-फूट से लेकर तस्वीर बिगड़ने तक, लेकिन इसे ठीक करना मुश्किल काम नहीं है। screen की समस्या की पहचान करने के तरीकों की जानकारी इसलिए अहम है क्योंकि इससे आप नुकसान से बच सकते हैं। स्क्रीन किस वजह से खराब है, इसकी परीक्षा करते समय हो सकता है कि अपने आप समस्या दूर हो जाए या बहुत कम खर्च में आपकी स्क्रीन ठीक हो जाए। ऐसा करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि बड़ी खराबी होने की स्थिति में ही आप मैकेनिक के पास जाएं। तो चलिए दोस्तों शुरू करते है –

ब्रोकेन स्क्रीन क्या है ? (What is Broken screen)

broken screen hindi – जैसे ही आप किसी को ब्रोकेन स्क्रीन कहेंगे, तो उसका पहला अनुमान यह होगा कि गिर कर या किसी दूसरी वजह से आपके, स्मार्ट फोन या टैबलेट या लैपटॉप की स्क्रीन टूट गई है। लेकिन तकनीकी रूप से ब्रोकेन स्क्रीन का मतलब ज्यादा व्यापक होता है।. इसका इस्तेमाल स्क्रीन से जुड़ी हर तरह की समस्या के लिए किया जाता है। स्क्रीन से जुड़ी कोई भी समस्या है तो उसे ब्रोकेन स्क्रीन कहा जा सकता है।

 

ब्रोकेन स्क्रीन की पहचान –

  • हालांकि फिर भी इसका पहला मतलब यह होता है कि स्क्रीन टूट गई है। किसी भी वजह से स्क्रीन टूट सकती है। इसके स्क्रीन से जुड़ी सबसे आम और सबसे छोटी खराबी मानी जाती है। इसे आप देख कर जान सकते हैं।
  • सिर्फ स्क्रीन ऊपर से टूटी हो तो आपका डिवाइस काम करता रह सकता है। उसे आप इस्तेमाल कर सकते हैं और आसानी से उसे बदल भी सकते हैं। टूटी स्कीन वाले फोन को इस्तेमाल करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि आप अपनी उंगली उससे न काट लें।
  • बहरहाल, टूटी स्क्रीन के अलावा स्क्रीन से संबंधी और भी कई समस्या हो सकती है। मिसाल के तौर पर आपका स्क्रीन ऑफ हो सकता है। यानी इस पर कुछ भी दिखाई न दे। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आपकी स्क्रीन खराब हो गई है।
  • ऐसा किसी भी साफ्टवेयर की समस्या या कनेक्शन की समस्या की वजह से भी हो सकता है। यह भी हो सकता है कि आपकी स्क्रीन पर आड़ी-तिरछी रेखाएं आ रही हों या तस्वीर हिल-हुल रही है। ऐसा होना भी इस बात का संकेत नहीं है कि स्क्रीन खराब हो गई है।
  • आपकी डिवाइस का ग्राफिक्स कार्ड भी खराब हो सकता है। सो, स्क्रीन से जुड़ी किसी समस्या को देखते हुए स्क्रीन बदलने चल देना बड़ी समझदारी नहीं है। broken screen hindi-

 

ब्रोकेन स्क्रीन वापस लाने के कुछ उपाय –

  1. पहले आप यह चेक करें कि आपके स्क्रीन की समस्या किस यजह से है। क्योंकि बिना समस्या जाने स्क्रीन बदलने पर आपको बहुत नुकसान भी हो सकता है।
  2. स्क्रीन की समस्या में साफ्टवेयर की समस्या की पहचान करना सबसे आसान है। इसलिए अगर आपको किसी डिवाइस का स्क्रीन ब्लैक हो गया है या उस पर कुछ आड़ी-तिरछी रेखाएं आ रही हैं या तस्वीर हिल-डुल रही है तो तुरंत उसे बंद कर दें।
  3. उसे थोड़ी देर तक पावर ऑफ मोड़ में रखें और मशीन को ठंडा होने दें। अगर किसी सर्किट या कनेक्शन के टूटने की वजह से समस्या है तो मशीन के ठंडा होने से कनेकान को रि-इस्टैवलिश करने में मदद मिलेगी।
  4. अगर किसी सॉफ्टवेयर के मिसकाफिप्रेशन की वजह से समस्या है उसे भी सिस्टम के रिबूट होने से उसे ठीक ही जाने में मदद मिलेगी। सो, मशीन को थोड़ी देर ठंडा करके फिर से चलाएं। अगर यह चलने लगे तो इसका मतलब है कि साफ्टवेयर की समस्या थी, जो ठीक हो गई है।
  5. अगर इसके चावजूद स्कीन काम नहीं करती है या ठीक होने के तुरंत बाद फिर गड़बड़ी आ जाती है तो आपको दूसरी संभावना ड्राइवर या काफियेशन की समस्या को टटोलना चाहिए।
  6. आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि ड्राइवर या काफिग्रेशन की समस्या नहीं है। टैबलेट और फोन में आमतौर से इस तरह की समस्या नहीं होती है। लेकिन ऐसा होना असंभव भी नहीं है, अगर आपने सिस्टम के साथ कुछ छेड़छाड़ की हो। कांफिग्रेशन की समस्या को चेक करने के लिए अपने सिस्टम को सेफ मोड में छूट करें।
  7. यह आपके ग्राफिक्स ड्राइवर की बेसिक यूनिवर्सल वीजीए ड्राइवर में तब्दील कर देगा। अगर बहुत कम रिजोल्यूशन और डेप्थ के साथ आपकी स्क्रीन पर चीजें आ जाती हैं तो आपके पता चल जाएगा कि ग्राफिक्स ड्राइवर की समस्या है और उसे दोबारा इंस्टाल कर सकते हैं।
  8. टैबलेट और स्मार्ट फोन में आपको सेफ मोड नहीं मिलेगा, लेकिन अपने डिवाइस को आप फैक्टरी सेटिंग के जरिए रिसेट कर सकते हैं। अगर सेफ मोड से यूट करने फफैक्टरी सेटिंग के जरिए रिसेट करने के बावजूद भी आपके डिवाइस की स्क्रीन में समस्या आ रही है तो इसका मतलब है कि तार्डवेयर की समस्या है।
  9. ऐसे में आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि समस्या आपकी स्क्रीन के साथ है या ग्राफिक्स चिपसेट के साथ इसकी परीक्षा करने के लिए आपको अलग से पानी एक्सटर्नल मोनिटर कनेक्ट करना होगा। संचसे आसान लैपटॉप के साथ अपनी मशीन को जोड़ने का है, लेकिन कुछ टैबलेट और स्मार्ट फोन में भी इसका विकल्प मिल सकता है।
  10. अगर एक्सटर्नल मोनिटर पर सिगनल आ जाता है जब इसका मतलब समझा जाना चाहिए कि आपके डिवाइस की स्क्रीन बिगड़ गई है और सिस्टम ठीक है। फिर आपकी स्क्रीन बदलनी पड़ेगी।
  11. लेकिन अगर एक्सटर्नल मोनिटर पर भौ सिगनल न आए तो इसका यह मतलब होता है कि स्क्रीन में समस्या नहीं है, बल्कि सिस्टम के भीतर किसी किस्म की समस्या है। यह समस्या कुछ भी हो सकती है। पावर कनेक्शन से लेकर जीपीयू की समस्या या सीपीयू की समस्या भी हो सकती है।
  12. ऐसा होने पर आपको समझ लेना चाहिए कि समस्या कुछ ज्यादा गंभीर है और इस मुकाम पर आपको किसी तकनीकी जानकार यानी मैकेनिक की मदद लेनी चाहिए।

 

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FAQ’S

1. क्या डिवाइस का ग्राफिक्स कार्ड भी खराब हो सकता है।

जी हा, आपकी स्क्रीन पर आड़ी-तिरछी रेखाएं आ रही हों या तस्वीर हिल-डुल रही हो आदि ग्राफिक्स कार्ड ख़राब की निशानी संभव है।

2. कांफिग्रेशन की समस्या को किस मोड में छूट करें।

कांफिग्रेशन की समस्या को चेक करने के लिए अपने सिस्टम को सेफ मोड में छूट करें।

3. किसी सॉफ्टवेयर के मिसकाफिप्रेशन से कैसे मदद मिलेगी ?

उसे भी सिस्टम के रिबूट होने से उसे ठीक हो जाने में मदद मिलेगी।

 

आज आपने सीखा –

तो दोस्तों आज आपको इस पोस्ट ब्रोकेन स्क्रीन क्या है ? (What is broken screen) से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और आशा और उम्मीद है कि आपको मेरी यह पोस्ट आपको बहुत अच्छी और हेल्पफुल लगी अगर आप इस पोस्ट से रिलेटेड कुछ पूछना चाहते है तो कम्मेंट करे और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

 

 

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