व्यावहारिकता अध्ययन में सबसे पहले चरण कार्य के लिए टीम बनना है टीम में साधारणता कुछ लोग जो कुछ सामान कंप्यूटर ज्ञान रखते हैं
व्यावहारिकता अध्ययन का अगला चयन प्रणाली से संबंधित फ्लोचार्ट बनाना है सूचना संकलन के समय तैयार फ्लो चार्ट व डाटा फ्लो डायग्राम का इस समय पुनरीक्षण किया जाता
इस चरण में सभी प्रणालियों व उप प्रणालियों की पहचान की जाती है जो की आवश्यक आउटपुट प्रदान कर सकते में सक्षम हो
इस चरण में सभी संभव प्रणालियों जिन्हें पिछले चरण में पहचान गया था उनके बारे में सभी जानकारी एकत्र कर ली जाती है
प्रत्येक संभव प्रणालियों का मूल्यांकन उनकी क्षमता के आधार पर किया जाता है इस मूल्यांकन में व्यवहारिकता दर से पूर्व निश्चित किए गए अवधारणाओं को आधार माना जाता है
इस चरण का उपयोग केवल तब किया जाता है जब उपरोक्त चरणों में उपलब्ध प्रणालियों में से सबसे उत्तम प्रणाली को ढूंढ पाना कठिन हो पा रहा हो
पूर्व चरण में सांख्यिकी रूप से विभिन्न तुलना मानकों के आधार पर निर्णय लेने का सबसे आसान तरीका उपयोग में लाया जाता है
व्यावहारिकता अध्ययन के अंतर्गत सबसे अंतिम चरण व्यवहारिकता अध्ययन रिपोर्ट का निर्माण है यह रिपोर्ट संस्थान के प्रबंधन के लिए प्रणाली के संबंध में एक औपचारिक दस्तावेज है
यह प्रमुख दस्तावेज जिसका उपयोग समय-समय पर दोनों पक्षों संस्थान व प्रणाली विकास करने वाले कंपनी के द्वारा किया जाता है
इसका मौखिक प्रस्तुतीकरण वह भी आवश्यक होता है क्योंकि वरिष्ठ प्रबंधन के पास कई बार इतना समय नहीं होता कि वह पूरी रिपोर्ट का अध्ययन कर सके।