नेटवर्क और डाटा

जहा पर यूजर के हर प्रकार का डाटा सुरक्षित रखा जाता है जो नेटवर्क के जरिये संभव होता है इसलिए यूजर अपना जायदा डाटा को सुरक्षित रखता है

आधार

1. उपयोगकर्ता के प्रमाणिकर्ता की जांच करना 2. एक्सेस कंट्रोल (Access Control)-- 3. क्रिप्टोग्राफी (cryptography)-

कंप्यूटर सुरक्षा

कंप्यूटर सुरक्षा में सैंध लगाकर – उपयोगकर्ता की पहचान और निजी जानकारी जैसे पासवर्ड आदि प्राप्त किया जा सकता है।

स्पैम भेजने का खर्चा उपयोगकर्ता या सर्विस प्रोवाइडर पर पड़ता है, अत: इसे एक विज्ञापन के सस्ते मधायंबके रूप में प्रयोग किया जाता है।

कुकीज

कुकीज वह सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा कोई वेबसाइट कुछ सूचनाएं उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर स्टोर करता है।

फायरवॉल

– यह एक डिवाइस है जो किसी कंप्यूटर या नेटवर्क में अनाधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश रोकता है जबकि अनाधिकृत उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर, नेटवर्क व डाटा उपयोग करने देता है।

एंटी वायरस

– Northan (नॉर्थन) – Bit Defender (बिट डिफेंडर) – McAfee (एमकैफी) – Kaspersky (कासपरस्काई) – AVG (एवीजी) – Symentac (सिमेंटेक) – AVAST (अवास्ट)

यूजर आइडेंटिफिकेशन

Computer तथा नेटवर्क पर अधिकृत उपयोगकर्ता की पहचान करना यूजर आइडेंटिफिकेशन कहलाती है।

बायोमैट्रिक तकनीक

अंगुली की छाप, आंख की पुतली, आवाज का प्रयोग कर उपयोगकर्ता की पहचान स्थापित करने की तकनीक बायोमैट्रिक तकनीक कहलाती है।

बायोमैट्रिक तकनीक

अंगुली की छाप, आंख की पुतली, आवाज का प्रयोग कर उपयोगकर्ता की पहचान स्थापित करने की तकनीक बायोमैट्रिक तकनीक कहलाती है।