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कंप्यूटर नेटवर्क क्या है? नेटवर्क टोपोलॉजी, प्रकार , नेटवर्क के भाग क्या है

नमस्कार दोस्तों, आज आपको इस पोस्ट में Computer Network (कंप्यूटर नेटवर्क) क्या है? नेटवर्क टोपोलॉजी, प्रकार , नेटवर्क के भाग क्या है  के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी जो बिलकुल सही होगी और एक नेटवर्क कंप्यूटर किसी भी अन्य नेटवर्क कंप्यूटर से सूचनाओं के आदान  प्रदान की सुविधा प्रदान करता है   इसके माध्यम से आप डाटा या फाइलों का स्थानांतरण आसानी से कर सकते हैं ऐसा करने के लिए इंटरनेट से जुड़े कंप्यूटर में एक निश्चित भाषा (Language) प्रयोग की जाती है जिसके द्वारा विभिन्न प्रकार की मशीनों और यूजर को आपस में जोड़ा जाता है जिससे जानकारी स्थानांतरण हो सके। तो चलिए शुरू करते है – 

Computer Network  (कंप्यूटर नेटवर्क) क्या है?

आज के आधुनिक युग में हर जगह कंप्यूटर नेटवर्क उपयोगी सिद्ध हो रहा है किसी भी शासकीय संस्थान, व्यापारिक संस्थान, विद्यालय इत्यादि में कंप्यूटर नेटवर्क की आवश्यकता सबसे जायदातर की जा रही है। पूर्व में एक ही  कंप्यूटर पर काम किया जा रहा था लेकिन वर्तमान में कंप्यूटर के क्षेत्र में लगातार आविष्कार होने से कुछ कंप्यूटर को वापस में जोड़कर नेटवर्क बनाया जा सकता है। दो या दो से अधिक कंप्यूटर को आपस में जोड़ने की प्रक्रिया को नेटवर्क कहते हैं।

नेटवर्क से जुड़ी हुई जानकारी को तुरंत ही एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक पहुचाते हैं।  नेटवर्क में कंप्यूटर की जानकारी के अलावा हार्डवेयर की  भी भागीदारी होती है जैसे प्रिंटर, मॉडेम आदि।

अलग-अलग कंप्यूटर तथा अन्य साधन को आपस में जोड़ना नेटवर्क कहलाता है तथा समस्त नेटवर्क को आपस में जोड़ना इंटरनेट कहलाता है।

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कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार (Type of computer Network)

नेटवर्क तीन प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित है –

  1.  लोकल एरिया नेटवर्क (LAN)
  2.  वाइड एरिया नेटवर्क (WAN)
  3.  मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क (MAN)

1. लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) 

  • इसके द्वारा हम एक से अधिक कंप्यूटरों को एक स्थान पर आपस में जोड़ सकते हैं और लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) का प्रयोग एक कार्यालय, बिल्डिंग या पास-पास स्थित दो इमारत में कंप्यूटर नेटवर्क के लिए किया जाता है। 
  • लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) के द्वारा हम कंप्यूटर नेटवर्क दो शहर के मध्य नहीं कर सकते हैं दो या दो से अधिक कंप्यूटर को आपस में जोड़ने की प्रक्रिया पास-पास या दूर दूर भी हो सकती है जिसे हम लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) कहते हैं।

2. वाइड एरिया नेटवर्क (WAN)

  • यह नेटवर्क पूरी दुनिया में फैला है लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) की कमी को दूर करने के लिए वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) का आविष्कार किया गया।
  • वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) के द्वारा लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) के नेटवर्क को जोड़कर कार्य किया जाता है।
  • वर्तमान सामान में वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) को सेटेलाइट के माध्यम से जोड़ा गया है वाइड एरिया नेटवर्क प्राइवेट होते हैं तथा वह उन्ही कंपनी के नियंत्रण में होते हैं जो उस पर कार्य कर रही है।
  • वर्तमान में इंटरनेट सबसे बड़ा तथा कम खर्चीला वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) है वर्तमान समय में नेटवर्क के क्षेत्र में हुई प्रगति से आप बहुत दूर स्थित कंप्यूटर को आपस में नेटवर्क के माध्यम से जोड़ सकते हैं जिसे हम वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) कहते हैं।

3. मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क (MAN)

यह एक ऐसा नेटवर्क होता है, जो पूरे एक शहर में फैला हुआ होता है इस तरह के नेटवर्क में जायदातर स्टार टोपोलॉजी इस्तेमाल की जाती है।

कम्युनिकेशन (Communication) मीडिया में इस तरह का इस्तेमाल किया जाता है जो कि पहले से ही पूरे शहर में स्थापित हो जैसे कि टेलीफोन नेटवर्क इस तरह के नेटवर्क का उदाहरण (Internet Service Provider) इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर है। जो कि अपने शहर के क्लाइंट को टेलीफोन के जरिए जोड़ने हैं फिर वेन के द्वारा पूरी इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराते हैं।

 

कंप्यूटर के कार्यों के आधार पर नेटवर्क के भाग

कंप्यूटर के कार्य के आधार पर नेटवर्क को निम्न तीन भागों में बांटा जा सकता है-

  1.  सर्वर नेटवर्क (Server Network)
  2.  पिअर  नेटवर्क (Peer Network)
  3.  हाइब्रिड नेटवर्क (Hybrid Network)

1. सर्वर नेटवर्क (Server Network)

सर्वर बेस नेटवर्क (Server Base Network) पर किए जाने वाले कार्य क्लाइंट या सर्वर में विभाजित रहते हैं सर्वर आधारित नेटवर्क से नेटवर्क को सुरक्षा मिलती है सर्वर कंप्यूटर क्लाइंट की तुलना में अधिक शक्तिशाली होते हैं।

यह क्लाइंट द्वारा मांगी गई जानकारी को उस वक्त  तुरंत पहुचाता है  इस प्रकार के नेटवर्क में केंद्रीय नियंत्रण के कारण डाटा की क्षति होने की संभावना कम होती है जिससे कि हमारा डाटा सुरक्षित रहता है और वर्तमान समय आप उसे कभी भी अपने उपयोग में ला सकते हैं।

2. पिअर नेटवर्क (Peer Network)

इस प्रकार के नेटवर्क में सर्वर नहीं होते हैं परंतु यूजर अपनी आवश्यकता अनुसार प्रिंटर, मॉडेम आदि को शेयर कर सकता है इस प्रकार का नेटवर्क में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होती है।

3. हाइब्रिड नेटवर्क (Hybrid Network)

इस प्रकार के नेटवर्क में तीन प्रकार की कंप्यूटर की ऑपरेटिंग होती है हाइब्रिड नेटवर्क में सामान्त: एक्टिव (Active) डोमेन (Domain) तथा वर्कग्रुप (Workgroup) होते हैं यह सर्वर पर स्थित होते हैं हाइब्रिड नेटवर्क में सर्वर आधारित नेटवर्क का समावेश रहता है।

 

नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है ? इसके प्रकार (What is Network Topology and Type)

इसके अंतर्गत तारों के द्वारा या मीडिया के द्वारा दो या दो से अधिक कंप्यूटरों को एक दूसरे से जोड़कर चलाया जाता है कनेक्शन बनाने के तकनीक को नेटवर्क टोपोलॉजी कहते हैं नेटवर्क में सही टोपोलॉजी का चुनाव करना आवश्यक होता है प्रत्येक टोपोलॉजी के अपने गुण अवगुण होते हैं। 

कुछ प्रमुख टोपोलॉजी निम्नलिखित इस प्रकार से हैं-

  1. बस टोपोलॉजी (Bus Topology)
  2. स्टार टोपोलॉजी (Star Topology)
  3. रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology)

 

1. बस टोपोलॉजी (Bus topology)

बस टोपोलॉजी में कंप्यूटर एक तार के माध्यम से नेटवर्क में रहते हैं इसमें सामान्यता एक या अधिक तार होती हैं जिनके द्वारा एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर दूसरे को सिग्नल भेज सकते हैं इसमें केवल एक ही कंप्यूटर जानकारी भेज सकता है।

 2. स्टार टोपोलॉजी (Star Topology)

इस टोपोलॉजी में कंप्यूटर के साथ जुड़ी सभी Cable हब (Hub) के साथ जुड़ती हैं स्टार टोपोलॉजी में प्रत्येक कंप्यूटर हब से सूचनाओं का आदान-प्रदान करता है स्टार टोपोलॉजी में कोई एक कंप्यूटर खराब हो जाता है तो स्टार टोपोलॉजी के नेटवर्क पर कोई असर नहीं पड़ता है हम खराब कंप्यूटर के बारे में पता लगाकर उसे नेटवर्क से अलग कर देता है पिछले नेटवर्क कंप्यूटर के कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं करते हैं।

 3. रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology)

इस प्रकार की टोपोलॉजी में प्रत्येक कंप्यूटर एक रिंग गोले की तरह नेटवर्क में होते हैं इस प्रकार के टोपोलॉजी प्रत्येक कंप्यूटर अपने से अगले कंप्यूटर से जुड़ा रहता है तथा अंतिम कंप्यूटर प्रथम कंप्यूटर से जुड़ा रहता है। इस प्रकार वह जानकारी को अपने से अगले कंप्यूटर को भेजता है जो उसे पिछले कंप्यूटर से प्राप्त हुई है इस प्रकार जानकारी एक ही दिशा में चलती रहती है इसको ही रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology) कहा जाता है।

 

 FAQ’s  

 

1. किस प्रकार के नेटवर्क में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होती है?

पिअर नेटवर्क (Peer Network) में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होती है।

 

2. किस प्रकार के नेटवर्क में सर्वर नहीं होते हैं ?

 पिअर नेटवर्क (Peer Network) के नेटवर्क में सर्वर नहीं होते हैं।
 

3. वर्तमान में इंटरनेट सबसे बड़ा तथा कम खर्चीला नेटवर्क कौन है?  

 वर्तमान में इंटरनेट सबसे बड़ा तथा कम खर्चीला वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) है।

 

Conclusion (निष्कर्ष) –

तो दोस्तों आज आपको इस पोस्ट में कंप्यूटर नेटवर्क क्या है ? टोपोलॉजी  के वारे में पूरी पूरी जानकारी देने की कोशिस की है आशा है कि आपको मेरी ये पोस्ट अच्छी लगी और हेल्पफुल लगी होगी ऐसी ही पोस्ट की जानकारी के लिए मेरी ब्लॉग से जुड़े और अपने दोस्तों को शेयर जरूर करे।

 
 

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