फीजिबिलिटी विश्लेषण (Feasibility Analysis) की चरण कौन-कौन से हैं

नमस्कार दोस्तों आपका मेरे ब्लॉग पर स्वागत है आज आपको फीजिबिलिटी विश्लेषण (Feasibility Analysis) की चरण कौन-कौन से हैं के बारे में जानकारी देगे फीजिबिलिटी रिपोर्ट बनने का कोई मानक फॉर्मेट नहीं है एनालिस्ट सामान्यत ऐसी फॉर्मेट बना लेते हैं जो विशिष्ट यूजर तथा सिस्टम के अनुरूप हो अधिकांश रिपोर्टर्स ज्ञात तत्वों व अनुसंधान के सारांश के साथ शुरू होती है इसके बाद दस्तावेजीकृत है विवरण आते हैं। जिसकी जानकारी सभी को जानना जरूरी होता है तो चलिए दोस्तों शुरू करते है –

 

फीजिबिलिटी विश्लेषण के चरण कौन-कौन से हैं।

फीजिबिलिटी विश्लेषण के चरण निम्नलिखित हैं

  1. प्रोजेक्ट दल का गठन तथा प्रोजेक्ट लीडर को कार्य सपना
  2. सिस्टम फ्लोचार्ट की रचना करना।
  3. संभावित कैंडिडेट सिस्टम का पता लगाना।
  4. Candidate सिस्टम की विशेषताओं को जानना एवं उनका विवरण करना।
  5. प्रत्येक कैंडिडेट सिस्टम के निष्पादन और लागत संबंधी प्रभावशीलता का पता लगाना एवं गणना करना।
  6. सिस्टम प्रदर्शन तथा लागत डाटा का मूल्यांकन करना।
  7. सर्वश्रेष्ठ कैंडिडेट सिस्टम का चयन करना।
  8. अंतिम प्रोजेक्ट डायरेक्टर तैयार करना तथा प्रबंधन को सौंपना।

 

प्रोजेक्ट दल का गठन करना तथा प्रोजेक्ट लीडर को दायित्व सौंपना

  • प्रोजेक्ट दल के पीछे यह अवधारणा है कि भविष्य के सिस्टम यूजर्स को उसके डिजाइन और कार्यालय वन में सम्मिलित किया जाना चाहिए कार्यकारी क्षेत्र में उनका ज्ञान एवं अनुभव सिस्टम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है
  • छोटे प्रोजेक्ट के लिए एनालिस्ट एवं उसकी सहायक ही साधारणता पर्याप्त होते हैं लेकिन अधिक जटिल अध्ययनों में एक प्रोजेक्ट दल की आवश्यकता होती है इस दल में एनालिस्ट तथा यूजर स्टाफ शामिल होता है
  • यह सामूहिक रूप से किसी समस्या का समाधान निकालने में माहिर होते हैं कई मामला में कार्य पूरा होने तक के लिए दल में बाहरी सलाहकार तथा सूचना संबंधी विशेषज्ञ विशामिल किए जाते हैं।
  • प्रोजेक्ट की योजना विशिष्ट समय अवधि में संपन्न होने लायक तैयार की जाती है यह अवधि कई सप्ताह से लेकर महीना तक की हो सकती है अनुभवी सिस्टम एनालिस्ट को साधारणता प्रोजेक्ट लीडर के रूप में चुना जाता है यह नियुक्त अस्थाई होती है तथा
  • प्रोजेक्ट के पूरा होने तक के लिए की जाती है प्रोजेक्ट की गति और कार्य कुशलता को बना रखने के लिए नियमित रूप से बैठकर होती हैं जिससे सब विशिष्ट कैंडिडेट का चयन किया जा सके प्रत्येक बैठक में होने वाली प्रगति का रिकॉर्ड रखा जाता है।

 

सिस्टम फ्लो चार्ट की रचना

फीजिबिलिटी अध्ययन का यह अगला चरण है इस समय प्रारंभिक हड़ताल के दौरान तैयार किए गए सूचना उन्मुख चार्ट तथा डाटा फ्लो डायग्राम का अवलोकन किया जाता है

चार्ट वर्तमान सिस्टम के महत्वपूर्ण बिंदुओं में इनपुट आउटपुट एवं डाटा फ्लो का महत्व रेखांकित करते हैं इस बिंदु पर विस्तृत मूल्यांकन के लिए आवश्यक सभी फ्लोचार्ट पूरे के लिए जाते हैं।

 

संभावित कैंडिडेट सिस्टम का पता लगाना

इस चरण में एसिड कैंडिडेट सिस्टम की पहचान की जाती है जो सामान्य प्रकार के फ्लो चार्ट में शामिल आउटपुट उत्पन्न करने में सक्षम हो इसके लिए लॉजिकल से भौतिक सिस्टम मॉडल में रूपांतरण की आवश्यकता होती है

किस चरण का एक अन्य पहलू ऐसे हार्डवेयर के बारे में विचार करता है जो सिस्टम के संपूर्ण आवश्यकता को संभाल सके हार्डवेयर का एक महत्वपूर्ण पक्ष पर मेमोरी होती है

विभिन्न प्रोसेसिंग सीजन मुख्य मेमोरी सक्षमताओं एवं सॉफ्टवेयर सहायता वाले अनेक प्रकार के कंप्यूटर होते हैं प्रोजेक्ट दल विक्रेता से सिस्टम के वर्तमान प्रोसेसर क्षमता की जानकारी ले सकता है।

 

Candidate सिस्टम की विशेषताओं को जानना एवं उनका विवरण 

विचार के लिए गए कैंडिडेट सिस्टम से दल उनकी संख्या को मैनेज किया जा सकते योग कमी लाने के उद्देश्य से प्राथमिक मूल्यांकन का कार्य शुरू करता है प्रत्येक कैंडिडेट सिस्टम क्या कर रहा है और क्या नहीं कर सकता यह पता करने के लिए हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान और अनुभव महत्वपूर्ण होता है

विक्रेता द्वारा उपलब्ध कारण सूचना सहित अतिरिक्त डेटा से प्रत्येक सिस्टम के सकारात्मक तथा नकारात्मक विचार से हाईलाइट होते हैं प्रत्येक सिस्टम के लिए विशिष्ट बाध्यताएं भी प्रदर्शित की जाती है।

 

प्रत्येक कैंडिडेट सिस्टम के निष्पादन और लागत की प्रभावशीलता का पता लगाना एवं गणना 

  • प्रत्येक कैंडिडेट की टेस्ट सिस्टम के प्रदर्शन का मूल्यांकन विजिबिलिटी अध्ययन में पूर्व विशेषताएं की गई सिस्टम की कार्य कुशलता संबंधी आवश्यकताओं की कसौटी पर किया जाता है
  • नीतियां चाहे जो भी क्यों ना हो यथा संभव निकटतम समता रखने वाला सिस्टम ही होना चाहिए यद्यपि सर्वश्रेष्ठ सिस्टम का चयन करने के लिए ट्रेड ऑफ किसी वस्तु को अन्य को प्रदान करना आमतौर पर आवश्यक है।
  • लागत में सिस्टम को डिजाइन एवं इंस्टॉल करने दोनों शामिल होते हैं इसमें यूजर ट्रेनिंग भौतिक आवश्यकताओं की अपडेटिंग एवं दस्तावेजीकरण सम्मिलित होते हैं यह पता लगाने के लिए की कौन सा सिस्टम लागत की दृष्टि से सबसे उत्तम है
  • तथा कार्य कुशलता संबंधी आवश्यकताओं पर खराबी उतरता है सिस्टम के कार्य कुशलता संबंधी मापदंडो को प्रत्येक सिस्टम की लागत पर बरखा जाता है एनालिसिस प्रति सिस्टम का प्रत्यय कितना होगा यह पता लगाने के लिए प्रदर्शन मानक तथा लागत का आलेखन कर सकता है।
  • जब सिस्टम के लाभ स्पष्ट तथा नापने योग हो तो लागत अधिक आसानी से पता की जाती सकती है कैंडिडेट सिस्टम के लिए विचार करने के लिए अतिरिक्त तत्व अध्ययन संबंधी डिजाइन वह डेवलपमेंट की लागत है।

 

सिस्टम के प्रदर्शन तथा लागत डाटा का मूल्यांकन

कई बार स्थिति इतनी स्पष्ट नहीं होती है यदि प्रदर्शन लागत मूल्यांकन में दिया मैट्रिक्स इतना स्पष्ट से सर्वश्रेष्ठ सिस्टम नहीं चल बताता है तो अगला कदम प्रत्येक मंडल दंड को रेटिंग फिगर लगाकर उसके महत्व के परिणाम का है तदुपरांत सर्वाधिक अंक बाला कैंडिडेट सिस्टम चुना जाता है

कैंडिडेट सिस्टम के तुलना की प्रक्रिया निम्नलिखित है-

  • प्रत्येक गणनात्मक मापदंड को सिस्टम की सफलता पर इसके मापदंड के प्रभाव के अनुसार भारात्मक राशि प्रदान करें।
  • प्रत्येक मापदंड की मात्रात्मक रेटिंग को मात्रात्मक रेटिंग प्रदान करें।
  • अब स्कोर पता करने के लिए तुलनात्मक रेटिंग से प्रत्येक श्रेणी को दिए गए भाग से गुना करें।
  • प्रत्येक कैंडिडेट सिस्टम के लिए स्तंभ का स्कोर निकाले।

 

सर्वश्रेष्ठ कैंडिडेट सिस्टम का चयन

सर्वाधिक कुल स्कोर वाले सिस्टम को सर्वश्रेष्ठ सिस्टम के रूप में चुना जाता है इसमें यह मानकर चला जाता है कि बैटिंग फैक्टर स्पष्ट है और प्रत्येक मूल्यांकन मापदंड कनेक्ट है

अधिकांश फीजिबिलिटी अध्ययन अधिक संख्या में कैंडिडेट सिस्टम में से चुनाव करते हैं चुने गए मापदंड तथा बाध्यताएं भी अधिक जटिल होते हैं जो भी हो प्रबंधन को सहयोग करते हुए उसके टिप्पणियों को प्रोत्साहित करना चाहिए।

 

रिपोर्ट

फीजिबिलिटी स्टडी का सारांश प्रबंधन को दी जाने वाली विजिबिलिटी रिपोर्ट होती है यह पृष्ठ में संबंधित क्षेत्र से आवश्यकता अनुसार परिवर्तनों के प्रभाव का पता लगती है रिपोर्ट प्रबंधन के उपयोग हेतु एक औपचारिक दस्तावेज होता है।

रिपोर्ट इतनी संक्षिप्त और पर्याप्त रूप से गैर तकनीकी होती है कि उसे सफलता से समझा जा सके लेकिन फिर भी इतनी विस्तृत होती है कि ऐसे सिस्टम डिजाइन के लिए आधार बनाया जा सके।

प्रारंभ में संक्षेप में दी गई जानकारी रिपोर्ट के महत्व को रेखांकित कहते हैं और प्रबंधन को प्रस्तुत विवरण की समीक्षा बाद में करने का विकल्प प्रदान करती है।

रिपोर्ट में निम्न अनुच्छेद शामिल होते हैं

  • कवर लेटर

यह औपचारिक रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करता है और प्रबंधन को संक्षेप में उसकी प्रकृति सामान अनुसंधान एवं विचार करने के लिए अनुशंसाएं देते हैं।

  • सामग्री की तालिका

रिपोर्ट के विभिन्न देशों का स्थान दर्शाती है जिससे प्रबंधन तुरंत ही उनसे संबंधित अनुच्छेद देख सके।

  • ओवरव्यू

यह प्रोजेक्ट के उद्देश्य तथा विस्तार प्रवेश विजिबिलिटी अध्ययन की आवश्यकता के कारण एवं कैंडिडेट सिस्टम द्वारा प्रभावित या उसमें सहभागी विभागों का वर्णनात्मक स्पष्टीकरण होता है इसमें उन व्यक्तियों के नाम भी होते हैं जिन्होंने प्रारंभ से इस अध्ययन को संपन्न किया इसमें वह अन्य जानकारी भी होती हैं जिसमें अध्ययन के परिस्थितियों को समझाया जाता है।

 

विस्तृत अनुसंधान

इसमें वर्तमान सिस्टम में उपयोग में प्रयुक्त विधि के रूपरेखा दी जाती है सिस्टम की प्रभावशीलता तथा सक्षमता के साथ ही साथ है संचालन लागत पर भी विचार किया जाता है इस अनुच्छेद में कैंडिडेट सिस्टम के उद्देश्य एवं सामान्य प्रक्रियाओं का वर्णन भी प्रदान किया जाता है आउटपुट रिपोर्ट लगता और लबों पर चर्चा से प्रबंधन को कैंडिडेट सिस्टम के फायदे एवं नुकसानों का पता चल जाता है।

  • आर्थिक औचित्य

इसमें लागत है तुलना और कैंडिडेट सिस्टम के विकास एवं संचालन के लिए लगने वाली प्रारंभिक लागत के अनुमान का बिंदु पर विवरण दिया जाता है प्रोजेक्ट के रिटर्न ओं इन्वेस्टमेंट विश्लेषण पर भी विचार किया जाता है।

  • अनुशंसाएं एवं निष्कर्ष

यह प्रबंधन को सर्वाधिक लाभप्रद और लागत प्रभावी सिस्टम स्थापित करता है।

  • परिशिष्ट

परिशिष्ट यह उन समस्त स्मरण पत्रों और डाटा का दस्तावेजीकरण है जो जांच के दौरान एकत्र किए गए थे इन्हें रिपोर्ट के अंत में संदर्भ के लिए रखा जाता है।

यदि फीजिबिलिटी रिपोर्ट उच्च ढंग से लिखी गई है तो उसका आस्वीकृत होना कठिन होता है जब फिजिबिलिटी टीम यूजर और उसके स्टाफ के साथ है अच्छा तालमेल बनाकर रखना है तो अनुशंसाओं को दिलाना आसान हो जाता है तकनीकी रूप से रिपोर्ट तो केवल अनुशंसा भर है लेकिन इसके पीछे प्रमाणिकता की भावना होती है प्रबंधन का निर्णय अंतिम होता है सिस्टम डिजाइन के प्रारंभ करने के लिए इसकी स्वीकृति आवश्यक होती है।

 

FAQ

1. जब सिस्टम के लाभ स्पष्ट तथा नापने योग हो तो-

जब सिस्टम के लाभ स्पष्ट तथा नापने योग हो तो लागत अधिक आसानी से पता की जाती सकती है

2. यदि फीजिबिलिटी रिपोर्ट उच्च ढंग से लिखी गई है तो-

यदि फीजिबिलिटी रिपोर्ट उच्च ढंग से लिखी गई है तो उसका आस्वीकृत होना कठिन होता है जब फिजिबिलिटी टीम यूजर और उसके स्टाफ के साथ है अच्छा तालमेल बनाकर रखना है तो अनुशंसाओं को दिलाना आसान हो जाता है

3. हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान और अनुभव महत्वपूर्ण क्यौ होता है

त्येक कैंडिडेट सिस्टम क्या कर रहा है और क्या नहीं कर सकता यह पता करने के लिए हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान और अनुभव महत्वपूर्ण होता है

4.  प्रत्येक सिस्टम के लिए विशिष्ट बाध्यताएं भी प्रदर्शित की जाती है क्योकि-

विक्रेता द्वारा उपलब्ध कारण सूचना सहित अतिरिक्त डेटा से प्रत्येक सिस्टम के सकारात्मक तथा नकारात्मक विचार से हाईलाइट होते हैं प्रत्येक सिस्टम के लिए विशिष्ट बाध्यताएं भी प्रदर्शित की जाती है।

 

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट फीजिबिलिटी विश्लेषण (Feasibility Analysis) की चरण कौन-कौन से हैं के बारे में आपको पूरी जानकारी दी है आशा है कि आपको मेरी ये पोस्ट अच्छी लगी होगी अगर आपका इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल है तो comment बॉक्स में comment करे तथा अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे

 

 

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