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लेजर प्रिंटर (Laser Printer) क्या है? इसकी विशेताए कौन कौन सी होती है

नमस्कार दोस्तों आपका मेरे ब्लॉग pramodcomputerblog पर बहुत बहुत स्वागत है आज हम आपको इस पोस्ट में लेजर प्रिंटर (Laser Printer) क्या है? इसकी विशेताए कौन कौन सी होती है के बारे में विस्तार से बात करेगे लेजर प्रिंटर पृष्ठ पर आकृति (Images) को जिरोग्राफी (Xerography) तकनीक से छापता है। जिरोग्राफी Xerography तकनीक का विकास जिरॉक्स (Xerox) मशीन (फोटोकॉपिअर मशीन) के लिये हुआ था। जिरोग्राफी एक फोटोग्राफी जैसी-तकनीक है, जिसमें फिल्म, एक आवेशित पदार्थ का लेपन युक्त ड्रम (Drum) होता है। यह ड्रम फोटो-संवेदित (photo sensitive) होता है। तो चलिए दोस्तों शुरू करते है –

लेजर प्रिंटर (Laser Printer) क्या है?

लेजर प्रिंटर नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर है। लेजर प्रिंटर का उपयोग कम्प्यूटर सिस्टम में 1970 के दशक से हो रहा है। पहले ये मेनफ्रेम् कम्प्यूटर में प्रयोग किये जाते थे। 1980 के दशक में लेजर प्रिंटर का मूल्य लगभग 3000 डॉलर था और यह माइक्रोकम्प्यूट के लिये उपलब्ध था। ये प्रिंटर आजकल अधिक लोकप्रिय हैं क्योंकि ये अपेक्षाकृत अधिक तेज और उच्च क्वालिटी म टेक्स्ट और ग्राफिक्स छापने में सक्षम हैं।

  • इसके द्वारा कागज पर आउटपुट को छापा जाता है। कम्प्यूटर से प्राप्त आउटपुट, लेजर स्रोत (laser source) से लेजर-किरण (laser ray) के रूप में उत्सर्जित होता है। यह लेजर किरण लेन्सों द्वारा एक घूमते हुए बहुभुजाकार (Polygon shaped) दर्पण पर फोकस की जाती है, जहाँ से परावर्ति होकर आउटपुट की यह लेजर-किरण लेन्सों द्वारा पुनः एक अन्य दर्पण पर फोकस होती हुई परावर्तित होकर फोटो-संवेदित ड्रम पर गिरती है।
  • घूमने वाला बहुभुजाकार दर्पण आउटपुट की लेजर-किरण को सम्पूर्ण फोटो-संवेदित ड्रम पर छपने वाली लाइनों के रूप में डालता है। जब यह ड्रम घूमता है तो आवेशित स्थानों पर टोनर (Toner-एक विशेष स्याही का पाउडर) चिपका लेता है। इसके बाद यह टोनर कागज पर स्थानान्तरित हो जाता है जिससे आउटपुट कागज पर छप जाता है। यह आउटपुट अस्थाई होता है, टोनर को स्थाई रूप से कागज पर सील (Seal) करने के लिए इसे गरम रोलर से गुजारा जाता है।
  • अधिकतर लेजर प्रिंटर्स में एक अतिरिक्त माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor), रैम (RAM) और रोम (ROM) होते हैं। रोम (ROM) में फॉन्ट (Font) और पृष्ठ को व्यवस्थित करने के प्रोग्राम संग्रहीत (stored) रहते हैं। लेजर प्रिंटर सर्वश्रेष्ठ आउटपुट छापता है। प्रायः यह 300 Dpi से लेकर 600 Dpi तक या उससे भी अधिक रिजोलूशन की छपाई करता है। रंगीन लेजर प्रिंटर उच्च क्वालिटी का रंगीन आउटपुट देता है। इसमें विशेष टोनर होता है, जिसमें विविध रंगों के कण उपलब्ध रहते हैं।
  • लेजर प्रिंटर महँगे होते हैं, लेकिन इनकी छापने की गति उच्च होती है। प्लास्टिक की शीट या अन्य किसी शीट पर भी ये प्रिंटर आउटपुट को छाप सकते हैं। इनका उपयोग छपाई की ऑफसेट मशीन की मास्टर (Master) कॉपी छापने में होता है जिनसे आउटपुट की प्रतिलिपियाँ अधिक संख्या में छापी जाती हैं।

 

लेजर प्रिन्टर की विशेषताएँ (Advantages of a laser printer)

लेज़र प्रिन्टर कि विशेताए निम्नलिखित है आइये जानते है –

  1. उच्च रिजोलूशन (सामान्यतः 600 से 1200 डॉट्स प्रति इंच तक)।
  2. उच्च प्रिंटिंग गति।
  3. दाग धब्बा रहित छपाई।
  4. प्रति पृष्ठ छपाई की इंकजेट प्रिन्टर के अपेक्षाकृत कम कीमत ।
  5. प्रिन्ट आउट जल संवेदनी ( water sensitive) नहीं छपाई के लिए उपयुक्त।
  6. बड़ी मात्रा में लेजर प्रिन्टर की कमियां (Disadvantages of a laser printer)
  7. इंकजेट प्रिन्टर से अधिक महंगा।
  8. आमतौर पर विभिन्न प्रकार केकलर में तथा उच्च Quality आकृतियों जैसे-फोटो को छापने में कम सक्षम होता है।
  9. टोनर तथा डूम का बदलना महँगा।
  10. इंकजेट प्रिन्टर्स से बड़ा तथा भारी।
  11. वार्म अप टाइम आवश्यक।

FAQ’s

1. क्या लेज़र प्रिन्टर इंकजेट प्रिन्टर से महगा आता है ?

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जी हां, लेज़र प्रिन्टर इंकजेट प्रिंटर से महगा आता है।

2 . क्या लेज़र प्रिन्टर 1970 में बहुत महगा था ?

जी हां, लेज़र प्रिन्टर बहुत महगा था ।

 

Conclusion (निष्कर्ष) 

तो दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट लेजर प्रिंटर (Laser Printer) क्या है? इसकी विशेताए कौन कौन सी होती है कैसी लगी मुझे आशा है कि आपको यह पोस्ट बहुत अच्छी और बहुत हेल्पफुल लगी होगी अगर आपका इस पोस्ट से रिलेटेड कोई भी सवाल है तो मुझे comment बॉक्स में comment करे तथा अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

 

 

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